धुले (महाराष्ट्र), 8 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चुनाव पूर्व झटका देते हुए धुले से पार्टी के विधायक अनिल अन्ना गोटे ने पार्टी और विधानसभा सदस्यता से सोमवार को इस्तीफा दे दिया।
पत्रकारिता से राजनीति में आए गोटे ने घोषणा की है कि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में धुले से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने भाजपा उम्मीदवार और रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे को सीधी चुनौती दी है।
गोटे ने मीडिया से कहा, मैंने पार्टी अध्यक्ष रावसाहेब दानवे-पाटील को और विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। मैंने धुले संसदीय सीट से एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन करने की योजना बनाई है।
71 वर्षीय तीन बार के विधायक ने लगभग छह महीने पहले ही विभिन्न आंतरिक और राजनीतिक मुद्दों पर पार्टी नेतृत्व से नाराजगी जाहिर करना शुरू कर दिया था।
उन्होंने दिसंबर में बगावती कदम उठाते हुए लोकसंग्राम पार्टी का गठन किया और भाजपा के खिलाफ धुले नगर परिषद का चुनाव लड़ा था। लेकिन भाजपा चुनाव में जीत गई थी।
बाद में मार्च में गोटे ने अपने 25 सालों के राजनीतिक शत्रु राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के शरद पवार से मुलाकात की, जिसके बाद यह कयास लगाया जाने लगा कि वह राकांपा में शामिल हो सकते हैं।
गोटे इसके पहले 1999 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्हें करोड़ों रुपये के तेलगी फर्जी स्टैंप घोटाले में गिरफ्तार किया गया था।
यद्यपि उन्हें अभी तक दोषी नहीं ठहराया जा सका, लेकिन उन्होंने चार साल जेल में बिताए और जून 2007 में स्वास्थ्य कारणों से रिहा हुए। बाद में उन्होंने बरी किए जाने के लिए एक याचिका दायर की, जिसे बंबई उच्च न्यायालय ने 2011 में खारिज कर दिया।
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