अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को यहां निर्वाचन आयोग के पक्षपाती रवैये के खिलाफ धरना दिया। नायडू ने चुनाव अधिकारियों के तबादले और उनकी पार्टी के नेताओं पर आयकर विभाग के छापों को लेकर यह धरना दिया।
तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के प्रमुख नायडू ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) गोपाल कृष्ण द्विवेदी को एक ज्ञापन सौंपा और उनके कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। नायडू ने राज्य की 175 सदस्यीय विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर मतदान शुरू होने से एक दिन पहले यह कदम उठाया।
नायडू ने संवाददाताओं से कहा कि ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी राज्य के मुख्यमंत्री ने ज्ञापन सौंपने के लिए सीईओ से मुलाकात की है।
चुनाव आयोग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी ( वाईएसआरसीपी) के पक्ष में काम करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने यह भी दावा किया कि मोदी, वाईएसआरसीपी प्रमुख वाई.एस. जगनमोहन रेड्डी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव तेदेपा के खिलाफ एक साजिश का हिस्सा हैं।
नायडू ने कहा कि मोदी ने अन्य संस्थानों को तबाह कर दिया और वह अब चुनाव आयोग को भी तबाह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग पर निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने की जिम्मेदारी होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोकतंत्र गंभीर रूप से खतरे में है।
नायडू ने कहा कि आयोग द्वारा मुख्य सचिव सहित अधिकारियों का तबादला किए जाने से उसकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी नेता और जगन के चाचा वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या की जांच कर रहे कडप्पा जिले के पुलिस अधीक्षक का वाईएसआरसीपी की शिकायत पर तबादला कर दिया गया।
उन्होंने कहा, हत्या में शामिल लोगों ने घटनास्थल से सबूत मिटाने और खुद को बचाने के लिए एसपी के तबादले की मांग की थी। नायडू ने तेदेपा पदाधिकारियों पर आयकर विभाग के छापे पर कड़ा रुख अख्तियार किया और पूछा कि क्या वाईएसआरसीपी में कोई भ्रष्ट नेता नहीं है।
उन्होंने कहा कि आचार संहिता प्रभावी होने के बावजूद आयकर विभाग छापे मार रहा था। उन्होंने कहा कि कुछ देर पहले आयकर अधिकारियों ने तेदेपा के लोकसभा उम्मीदवार गल्ला जयदेव के ऑडिटर के आवास पर छापा मारा है। उन्होंने पूछा, वाईएसआरसीपी नेताओं पर कोई आयकर छापेमारी नहीं कर रहा?