भुवनेश्वर : बेहद तीव्र माने जा रहे चक्रवाती तूफान फेनी के ओडिशा तट के लगातार करीब आने के साथ ही राज्य सरकार ने इससे निपटने के लिए अपने एहतियाती कार्यो को और तेज कर दिया है।
तूफान से जिन जिलों के प्रभावित होने की आशंका है, सरकार ने वहां राहत, पुनर्वास, मरम्मत कार्यो के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 11 अधिकारियों को नियुक्त कर दिया है।
विशेष राहत आयोग (एसआरसी) विष्णुपद सेठी ने कहा कि सभी तटीय जिलों और उनके लगे जिलों- गजपति, नयागढ़, खोरधा, कटक, जाजपुर, ढेंकनाल, केवंझर और मयूरभंज में जिलाधिकारियों को तराई में रहने वाले, तटों पर रहने वाले या कच्चे घरों में रहने वाले लोगों की पहचान करने के लिए कहा गया है।
इन अधिकारियों को बुधवार से ऐसे स्थानों पर रह रहे लोगों को वहां से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और यह काम गुरुवार दोपहर तक पूरा करने का निर्देश दिया गया है।
इस लोगों को बहुद्देशीय तूफान/बाढ़ राहत शिविरों या अन्य शिविरों में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि 879 शिविरों में निशुल्क भोजन, स्वच्छ पेयजल, प्रकाश, स्वास्थ्य और स्वच्छता की व्यवस्था पहले ही की जा चुकी है।
एनडीआरएफ की 28 टीमों, ओडीआरएएफ की 20 इकाइयों और अन्य अग्निशमन दल की इकाइयों को वरीयता के आधार पर क्षेत्रों के लिए रवाना कर दिया गया है।
सरकार ने सभी शिक्षण संस्थानों को गुरुवार से अगले आदेश आने तक बंद करने का आदेश जारी कर दिया है और विभिन्न विभागों के कर्मियों के अवकाश रद्द कर दिए हैं।
सरकार ने ऊर्जा विभाग के सभी अधिकारियों के अवकाश रद्द कर दिए हैं जिससे कि तूफान के दौरान होने वाली बिजली आपूर्ति में संभावित बाधा के लिए तैयार रहा जा सके।
डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के सभी प्रकार के अवकाश 15 मई तक रद्द कर दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग से कहा गया है कि छुट्टी पर चल रहे सभी लोगों को बुधवार शाम तक वापस आना होगा।
एसआरसी ने पर्यटकों को भी दो मई की शाम तक पुरी छोड़ने तथा शुक्रवार और शनिवार को संभावित जिलों की यात्रा रद्द करने के लिए कहा गया है।
जिला आपात संचालन केंद्रों और अन्य कार्यालयों के नियंत्रण कक्षों को सक्रिय कर दिया गया है और वे 24 घंटे सक्रिय हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान फेनी अंतर्राष्ट्रीय मानक समय के अनुसार एक मई को सुबह 5.30 में है जो पुरी से लगभग 680 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपश्चिम तथा विशाखापत्तनम से लगभग 430 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिणपूर्व में है।
इसके बाद में और तेज होने तथा ओडिशा में गोपालपुर और चांदबली से पुरी के दक्षिण से तीन मई को दोपहर को 175-185 किलोमीटर से 205 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गुजरने की संभावना है।