नई दिल्ली : दक्षिण अफ्रीका की एथलीट कैस्टर सेमेन्या टेस्टोस्टेरोन मामले में अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स महासंघ (आईएएएफ) के खिलाफ जारी अपनी कानूनी लड़ाई हार गई हैं।
इस फैसले का मतलब यह है कि अब अगर कैस्टर अंतर्राष्ट्रीय आयोजनों में हिस्सा लेना चाहती हैं तो उन्हें अपने शरीर में टेस्टोस्टेरोन की मात्रा कम करने के लिए दवाइयां लेनी होंगी।
सेमेन्या अभी 800 मीटर में मौजूदा ओलम्पिक, विश्व और राष्ट्रमंडल चैम्पियन हैं।
कोर्ट ऑफ आर्बिटेशन ऑफ स्पोर्ट (सीएएस) ने यह ऐतिहासिक फैसला सुनाया है।
इस फैसले पर कैस्टर ने कहा, कभी-कभी ऐसे मामलों को लेकर चुप रहना बेहतर होता है।
कैस्टर की टीम में शामिल सीएएस के वैज्ञानिक रॉस टकर मानते हैं कि अगर सैमेन्या को अब 800 मीटर में दौड़ना है तो उन्हें अपनी रफ्तार सात सेकेंड कम करनी होगी।