भुवनेश्वर : चक्रवाती तूफान फेनी के ओडिशा तट पर आने के मद्देनजर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य व्यापक स्तर पर चल रहा है। यहां तक कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को लोगों से तूफान के नाम पर परेशान ना होने की अपील की।
राज्य में तराई में तटीय क्षेत्रों पर रहने वाले लगभग आठ लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा। फेनी के पुरी जिले में समुद्र तट पर शुक्रवार शाम तक आने की संभावना है। यहां एक समीक्षा बैठक में पटनायक ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति की जान कीमती है और सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने पुरी, खुरदा, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, गंजम, गजपति और कटक जिलों के जिलाधिकारियों को निचले इलाकों के लोगों को वहां से जल्द सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री ने राज्य में विभिन्न टेलीकॉम ऑपरेटरों के शीर्ष अधिकारियों के साथ भी बैठक कर उन्हें चक्रवात के जाने के बाद संचार सेवाएं जल्द से जल्द बहाल करने के लिए कहा है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) विष्णुपद सेठी ने कहा कि शिविरों में आए लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध कराने के लिए प्रबंध शुरू हो गया है।
वायु मार्ग से तूफान से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों में पहुंचाने के लिए ड्राई फूड के एक लाख पैकेट तैयार रखे हैं। राज्य में लगभग 879 बहुद्देशीय चक्रवात राहत शिविर तैयार रखे गए हैं।
पूर्वी तटीय रेलवे ने पर्यटकों के लिए गुरुवार को पुरी से पश्चिम बंगाल के हावड़ा जाने के लिए तीन विशेष ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है।
विशेष रूप से, रेलवे ने चक्रवात फेनी को देखते हुए 103 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। फेनी के गोपालपुर और चांदबली के बीच ओडिशा तट पर शुक्रवार शाम आने की संभावना है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि तूफान फेनी अत्यधिक गंभीर चक्रवाती तूफान बन चुका है जो फिलहाल विशाखापत्तनम के दक्षिण – दक्षिणपूर्व में लगभग 225 किलोमीटर दूर तथा पुरी से दक्षिण- दक्षिणपश्चिम में 430 किलोमीटर दूर है।