नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को चक्रवाती तूफान फेनी से निपटने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की और केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को सुरक्षात्मक उपाय करने और प्रभावी राहत व बचाव कार्य करने के निर्देश दिए।
चक्रवाती तूफान ओडिशा और कुछ अन्य पूर्वी तटीय राज्यों में शुक्रवार को अपना कहर बरपा सकता है, जिससे पहले प्रधानमंत्री ने सुरक्षा के उपाय करने के निर्देश दिए हैं।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने बैठक में केंद्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को प्रभावित राज्यों के अधिकारियों के साथ संपर्क बनाए रखने निर्देश दिया।
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री को चक्रवाती तूफान की संभावित दिशा और इसके कहर से बचाव के लिए की जा रही तैयारी की जानकारी दी गई।
तूफान से निपटने के लिए की गई तैयारी में संसाधनों का पर्याप्त प्रावधान, एनडीआरएफ और सशस्त्र बल की टीमों की तैनाती, पेयजल प्रदान करने की व्यवस्था और बिजली व दूरसंचार सेवाओं की वैकल्पिक व्यवस्था शामिल है।
बैठक में कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव, गृह सचिव और आईएमडी, एनडीआरएफ, एनडीएमए और पीएमओ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
चक्रवाती तूफान शुक्रवार की शाम ओडिशा में दस्तक दे सकता है।
तूफान के दस्तक देने से पहले प्रदेश के तटीय इलाकों को खाली करने की प्रक्रिया जोरों पर चल रही है। तटीय क्षेत्र के निचले इलाकों से करीब आठ लाख लोगों को प्रदेश में सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को लोगों से तूफान को लेकर आतंकित नहीं होने की अपील की है।