कोलकाता : पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) बहुमत के लिए जरूरी 272 सीटों से दूर रह जाएगा और अगली सरकार के गठन में क्षेत्रीय पार्टियों की बड़ी भूमिका होगी।
पार्टी ने हालांकि यह पत्ता नहीं खोला कि ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री कौन चुना जाएगा। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी हालांकि कह चुकी हैं कि विपक्षी दलों में जो सबसे बड़ी पार्टी होगा, उसी का प्रधानमंत्री होगा। बाकी पार्टियां उसका समर्थन करेंगी।
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भरोसा जताते हुए कहा कि उनकी पार्टी तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी और यह भी अनुमान लगाया कि चुनाव के बाद राजग से कई पार्टियां अलग हो जाएंगी और कई गैर-भाजपा पार्टियां केंद्र में सरकार बनाने के लिए एकसाथ काम करेगी।
ओ ब्रायन ने आईएएनएस से कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऐसी छाप छोड़ने की कोशिश कर रहे हैं कि वह सभी से आगे हैं, जबकि ऐसा नहीं है। यह खुद को आक्रामक दिखाने की रक्षात्मक युक्ति भर है।
उन्होंने कहा, वास्तविकता यह है कि राजग 272 के बहुमत के आंकड़े के करीब भी नहीं पहुंचेगा।
तृणमूल और भाजपा पश्चिम बंगाल में 42 लोकसभा सीटों पर आमने-सामने हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पिछले कुछ सप्ताह में पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए यहां कई रैलियों को संबोधित किया है।
चुनाव बाद की स्थिति के बारे में बताते हुए ओ ब्रायन ने जोर देकर कहा कि भाजपा नई दिल्ली में सरकार बनाने के लिए राजग की अगुवाई करने में सक्षम नहीं होगी।
उन्होंने कहा, ऐसी कई पार्टियां हैं जो उनके साथ नहीं आना चाहती हैं, खासकर छोटी और पूर्वोत्तर की पार्टियां हमेशा उनके साथ रहना पसंद करती हैं जो केंद्र में सरकार बनाने में सक्षम होती है।
उन्होंने अनुमान लगाया, राजग नतीजों के बाद टूटेगा और हो सकता है कि पूर्वोत्तर की सभी पार्टियां उनका साथ छोड़ दे। ये पार्टियां हमारे साथ क्यों नहीं काम कर सकती हैं?
ऐसी स्थिति में, सभी पार्टियां जो राजग के साथ नहीं है, वह एक साथ काम करेगी।
ब्रायन ने कहा, मैं अभी यही कह सकता हूं कि सरकार बनाने में क्षेत्रीय पार्टियों की बड़ी भूमिका होगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस वैकल्पिक गठबंधन का हिस्सा होगी, तृणमूल नेता ने कहा, हमारी स्थिति स्पष्ट है। हम सभी भाजपा को हराने के लिए एकसाथ काम करेंगे।
यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस के अच्छा प्रदर्शन करने की स्थिति में क्या वह राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन करेंगे? उन्होंने कहा, ऐसे सवालों का जवाब 23 मई के बाद दिया जाना चाहिए। अगर कांग्रेस 272 सीटें जीतती है तो, वो जिसे भी चाहे प्रधानमंत्री चुन सकते हैं।