भुवनेश्वर : ओडिशा के तट पर चक्रवात फानी के आने के दो दिन बाद राज्य सरकार प्रभावित इलाकों में लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने की जद्दोजहद में लगी हुई है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) के कार्यालय ने कहा कि लोगों को बुनियादी सुविधाएं बिजली, पानी की आपूर्ति और मोबाइल कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए बड़े पैमाने पर राहत और बहाली का काम चल रहा है।
ओडिशा के तट पर शुक्रवार को आए चक्रवात से राजधानी भुवनेश्वर सहित पुरी और खुर्दा जिले के कुछ हिस्से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। एसआरसी बिशनुपाड़ा सेठी ने कहा कि राज्य में 30 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ता प्रभावित हुए हैं।
ऊर्जा सचिव हेमंत शर्मा ने कहा, प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, चक्रवात फानी ने 1,200 करोड़ रुपये से अधिक के बिजली के बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचाया है। रविवार शाम तक आपातकालीन सेवाओं के लिए बिजली को बहाल कर दिया जाएगा।
उन्होंने कहा, भुवनेश्वर में बिजली आपूर्ति में सामान्य स्थिति बहाल करने में कम से कम पांच से सात दिन लगेंगे। लेकिन, पुरी में थोड़ा और समय लग सकता है, यहां बिजली संरचनाओं में तबाही अधिकतम है।
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रभावित जिला कलेक्टरों को 15 दिनों के लिए चक्रवात आश्रय केंद्रों पर आश्रय लेने वाले लोगों को भोजन देने का निर्देश दिया है।
उन्होंने राहत और बहाली के काम की निगरानी के लिए मुख्य सचिव ए.पी. पाधी को, विकास आयुक्त असित त्रिपाठी को पीने के पानी और बिजली के मुद्दों और कृषि सचिव सौरव गर्ग को एनजीओ और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ समन्वय बनाए रखने के लिए नियुक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने रविवार को चक्रवात प्रभावित लोगों के लिए विशेष पैकेज की भी घोषणा की। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत आने वाले सभी परिवारों को 50 किलोग्राम चावल, 2,000 रुपये और पॉलीथिन शीट मिलेगी।
पटनायक ने कहा, खुर्दा जिले के गंभीर रूप से प्रभावित हुए कुछ हिस्सों के लिए खाद्य सुरक्षा के तहत कवर किए गए सभी परिवारों को एक महीने का अतिरिक्त कोटा, 1,000 रुपये और पॉलीथिन शीट उपलब्ध कराई जाएगी।
कटक, केंद्रपाड़ा और जगतसिंहपुर जैसे जिलों में जहां लोग कम प्रभावित हुए हैं, वहां परिवारों को एक महीने का अतिरिक्त चावल और 500 रुपये मिलेंगे।
सभी प्रभावित जिलों में, लोगों को राहत कोड के अनुसार एक महीने की अतिरिक्त पेंशन और गृह निर्माण सहायता मिलेगी। पूरी तरह से क्षतिग्रस्त संरचनाओं के लिए 95,100 रुपये, आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त संरचनाओं के लिए 5,200 रुपये और मामूली नुकसान के लिए 3,200 रुपये दिए जाएंगे।
पटनायक ने कहा कि आवास योजना के तहत पूरी तरह से क्षतिग्रस्त घरों का पुनर्निर्माण किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि कृषि, बागवानी फसलों और पशु संसाधनों की हानि, मत्स्य पालन का आकलन किया जाएगा और तदनुसार मुआवजा दिया जाएगा। राहत और बहाली का काम समाप्त होने के बाद वृक्षारोपण को प्रमुख रूप से संज्ञान में लिया जाएगा।
भुवनेश्वर में बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ान संचालन शनिवार को फिर से शुरू हुआ। राज्य में बंदरगाह संचालन भी फिर से शुरू हो गया है।
एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट आफ पोर्ट (कॉरपोरेट अफेयर्स एंड कम्युनिकेशंस) जगदीश चंद्र राउत ने कहा कि चक्रवात के बाद गोपालपुर बंदरगाह ने अपना वाणिज्यिक परिचालन फिर से शुरू कर दिया है। हालात का जायजा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को ओडिशा जाएंगे।