नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश की एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर 1 कहने के मामले में कांग्रेस ने मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय का रुख किया।
सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष पेश एक अतिरिक्त हलफनामे में, चुनाव आयोग द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में क्लीन चिट देने के विरुद्ध अदालत पहुंची कांग्रेस सांसद सुष्मिता देव ने कहा, दोनों के द्वारा दिए गए भाषणों को जनप्रतिनिधि अधिनियम 1951 के अनुच्छेद 123ए के तहत भ्रष्ट आचरण घोषित किया जाना चाहिए।
इससे एक दिन पहले शीर्ष अदालत ने उनसे प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को चुनाव आयोग द्वारा क्लीन चिट दिए जाने के आदेश को रिकॉर्ड में रखने के लिए कहा था।
राजीव गांधी के खिलाफ मोदी के बयान का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा कि चुनाव आयोग ने इसी लहजे में भाषण देने के लिए उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती, समाजवादी पार्टी (सपा) नेता आजम खान के खिलाफ कार्रवाई की थी।