सुनाम (पंजाब) : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गुरुवार को जनता से भावनात्मक अपील करते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को देश की सबसे बड़ी ताकत इसकी एकता को नष्ट नहीं करने दें।
सिंह ने अकाली दल के खिलाफ वोट देने का आह्वान करते हुए कहा कि इस दल ने समुदायों का ध्रुवीकरण करने के लिए धर्म ग्रंथों की बेअदबी का सहारा लिया।
संगरूर से कांग्रेस प्रत्याशी केवल सिंह ढिल्लों के लिए यहां प्रचार करते हुए उन्होंने कहा कि शहीदों की यह भूमि उन लोगों के लिए एक प्रेरणा थी, जिन्होंने खुद को एक ऐसे भारत के लिए बलिदान कर दिया जो सभी धर्मों और समुदायों का है।
विभिन्न धर्मों के पवित्र धर्मग्रंथों के अपमान के माध्यम से पंजाब के लोगों को विभाजित करने की कोशिश में शामिल बादल परिवार या किन्हीं भी अन्य लोगों को नहीं छोड़ने की कसम खाते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें अपने पापों के लिए भुगतान करना होगा, जिसमें पवित्र ग्रंथों के अपमान का विरोध करने वाले लोगों पर गोलियां चलाना भी शामिल है।
अमरिंदर सिंह ने शहीद उधम सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता सेनानी का निस्वार्थ बलिदान आज भी भारतीयों के लिए प्रेरणा है।
उन्होंने निर्दोष भारतीयों की हत्याओं से दुखी उधम सिंह द्वारा अपने तकिए के बगल में खून से लथपथ जलियांवाला बाग की मिट्टी की एक बोतल रखने की घटना को याद किया। उन्होंने कहा कि उन लोगों में दूसरी तरह का ही जज्बा था। हमें इन लोगों के सपनों के भारत को सांप्रदायिक ताकतों के हाथों तबाह नहीं होने देना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश बड़े ही नाजुक दौर से गुजर रहा है और यह लोकसभा चुनाव देश का भविष्य तय करेंगे। लोगों को सांप्रदायिक ताकतों और सेकुलर लोगों के बीच चुनाव करना होगा।
उन्होंने कहा कि मोदी और उनके लोग देश की ताकत को तोड़ रहे हैं और अपने राजनीतिक फायदे के लिए सेना के कार्र्यो का श्रेय लेने की कोशिशें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के अधिकारी के रूप में उन्होंने भारतीय सेना के लिए काम किया था, मोदी की सेना के लिए नहीं।
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