वाशिंगटन, 9 मई (आईएएनएस)। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर व्यापारिक वार्ता में करार तोड़ने का आरोप लगाया है और वह अब चीन से आयातित 200 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं पर शुक्रवार को आयात शुल्क बढ़ा सकते हैं। उधर, चीन इस पर जवाबी कार्रवाई के साथ पलटवार करने वाला है।
सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, आखिरी क्षण का यह विवाद ऐसे समय में उत्पन्न हुआ है जब चीन के उप प्रधानमंत्री और शीर्ष व्यापार अधिकारी लियू हे अमेरिका के व्यापार वार्ताकार रॉबर्ट लाइटाइजर और ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन म्युचिन के साथ दो दिवसीय वार्ता के लिए गुरुवार को वाशिंगटन पहुंचने वाले हैं।
ट्रंप चीन से आयातित 200 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी करने को लेकर अडिग हैं। वहीं, चीन का भी सुर बदला हुआ है और बीजिंग ने आवश्यक प्रतिकार करने का संकल्प लिया है। ऐसे में वार्ता से दुनिया की दो बड़ी अर्थव्यवस्था के बीच मतभेद दूर होने की उम्मीद नहीं दिख रही है।
फ्लोरिडा में एक रैली के दौरान बुधवार की रात अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, वैसे आप समझ सकते हैं कि हम शल्क लगाने जा रहे हैं? क्योंकि, उन्होंने करार तोड़ा है। उन्होंने करार तोड़ा है, इसलिए वे आ रहे हैं। उप प्रधानमंत्री कल आ रहे हैं- अच्छे व्यक्ति हैं- लेकिन उन्होंने करार तोड़ा है। वे ऐसा नहीं कर सकते हैं। इसलिए उनको कीमत चुकानी होगी।
उधर, चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा, अमेरिका ने कई आरोप लगाए हैं और चीन पर कई वादे थोपे हैं।
–आईएएनएस