चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मादक पदार्थो के खतरों को दूर करने के लिए राष्ट्रीय ड्रग नीति बनाने की अपनी मांग को दोहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मामले में दखल देने का आग्रह किया है। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
गृह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालयों को इस मुद्दे को और गंभीरता से लेने का आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने एक पत्र में प्रधानमंत्री से तीन घटकों पर राष्ट्रीय नीति बनाने का आग्रह किया।
एक सरकारी प्रवक्ता ने आईएएनएस को बताया कि ये तीन घटक – लागू करना, नशामुक्ति और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की रोकथाम हैं ताकि इससे निपटने के लिए सभी राज्य एक जैसी न भी संभव हो तो समान दृष्टिकोण और रणनीति अपनाने में सक्षम हों।
अमरिंदर सिंह ने संबंधित अधिकारियों से ना सिर्फ नीति बनाने बल्कि देश की भलाई के लिए इसे लागू करने के लिए एक प्रभावी तंत्र बनाने की अपने राज्य की इच्छा जताई है।
उन्होंने कहा कि पंजाब और पाकिस्तान के बीच 553 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा है और देश की सुरक्षा के लिए इसका सामरिक महत्व है। उन्होंने मादक पदार्थो से जुड़े आतंकवाद (नार्को टेररिज्म) से उत्पन्न सुरक्षा खतरों पर चिंता जताई जो पंजाब के संदर्भ में ज्यादा गहरी है।
राज्य सरकार ने मादक पदार्थो के दुरुपयोग को रोकने के लिए ड्रग एब्यूज प्रीवेंशन ऑफिसर्स और बडी प्रोग्राम्स नामक दो कार्यक्रम भी चलाए हैं।