बीजिंग : अमेरिका से अपने व्यापार युद्ध के मद्देनजर चीन ने रविवार को कहा कि वह अमेरिकी दवाब में नहीं आएगा और अंत तक लड़ाई करने के लिए तैयार है। दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव के कारण पूरी दुनिया चिंतित है।
अमेरिका से व्यापार युद्ध की व्याख्या करने वाले एक श्वेत पत्र को जारी करते हुए चीन ने कहा कि वाशिंगटन बिना किसी आधार के और बेपरवाही से बीजिंग पर वादों से मुकरने का आरोप लगा रहा है।
चीन-अमेरिका आर्थिक और व्यापारिक परामर्श में चीन की स्थिति शीर्षक के श्वेत पत्र में यह भी कहा गया है कि सौदे के विफल होने में वाशिंगटन पूरी तरह जिम्मेदार है।
यह दस्तावेज चीन के उप-वाणिज्य मंत्री वांग शौवेन ने अमेरिकी उत्पादों पर बीजिंग द्वारा प्रतिक्रियास्वरूप लगाए गए शुल्कों के लागू होने के अगले दिन जारी किए हैं।
दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध तब और बढ़ गया जब पिछले महीने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीजिंग पर अपने वादों से मुकरने का आरोप लगाकर 200 अरब डॉलर की चीनी वस्तुओं पर अतिरिक्त शुल्क लगा दिया।
व्यापारिक मतभेदों को खत्म करने के लिए दोनों देशों में व्यापारिक वार्ता के बीच ट्रंप द्वारा अचानक यह कदम उठाने के बाद चीन ने भी शुल्क बढ़ा दिए। यह आदेश शनिवार से प्रभावी हुआ।
श्वेत पत्र में लिखा गया है, अमेरिका द्वारा चीन पर वादे से मुकरने का लगाया गया आरोप पूरी तरह निराधार है। बातचीत के बीच में चीन पर वादा तोड़ने का आरोप लगाना पूरी तरह बेपरवाह बयान है।
पत्र में कहा गया कि अमेरिका की दबाव की रणनीति और बदनाम करने से स्थिति और बिगड़ेगी।
श्वेत पत्र में लिखा गया है, चीन अपने हितों के मामलों में प्रमुख सिद्धांतों से कभी समझौते नहीं करेगा।