रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुबर दास ने मंगलवार को ईद-उल-फितर की पूर्व संध्या पर 55 करोड़ रुपये की लागत से बने हज हाउस का उद्घाटन किया।
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने मीडियाकर्मियों से कहा, धर्मनिरपेक्षता हमारे खून में है। हमें धर्मनिरपेक्षता का पाठ पढ़ाने की आवश्यकता नहीं है।
रघुबर दास ने कहा, पिछले 70 सालों के दौरान सरकारों ने लगातार अल्पसंख्यकों में एक डर पैदा किया है। उन्होंने अल्पसंख्यकों को वोट बैंक समझा।
उन्होंने आगे कहा, लेकिन राज्य और केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर काम करती हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की मानसिकता को बदलने की जरूरत है और साथ ही उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए।
पांच मंजिला हज हाउस मुगल वास्तुकला के अनुसार बनाया गया है, जिसमें करीब 1,000 लोग नमाज अदा कर सकते हैं।
इसमें एक प्रार्थना कक्ष, वीजा कक्ष, रसोई और वीआईपी कक्ष शामिल हैं। एक बार में कुल 150 पुरुष और 80 महिलाएं यहां रह सकती हैं। यह पूरी तरह से वातानुकूलित है। मुख्यमंत्री ने दो साल पहले भवन का शिलान्यास किया था। पहले के हज हाउस का निर्माण 5.50 करोड़ रुपये की लागत से इसी स्थान पर किया गया था। मरम्मत कार्य के बावजूद, इमारत लंबे समय तक नहीं टिक सकी और इसे ध्वस्त करना पड़ा।