नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हो रही हिंसा के बीच राज्य के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी सोमवार को यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिले।
राज्यपाल ने पहले प्रधानमंत्री से मुलाकात की और इसे शिष्टाचार भेंट बताया। इसके बाद उन्होंने गृह मंत्री शाह से नार्थ ब्लॉक में 20 मिनट तक बातचीत की।
त्रिपाठी ने मीडिया से कहा कि उन्होंने राज्य के हालात के बारे में गृह मंत्री को सूचित किया, जहां हाल के दिनों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लगभग एक दर्जन समर्थक हिंसा में मारे गए हैं।
राज्यपाल ने आगे कुछ भी कहने से मना कर दिया।
दिल्ली रवाना होने से पहले त्रिपाठी ने कहा था कि वह शनिवार को संदेशखली में हुई हत्याओं के बारे में प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी देंगे।
राज्यपाल ने कहा था, यह एक शिष्टाचार भेंट होगी लेकिन इस बीच घटना (संदेशखली में) 8 जून को हो गई।
त्रिपाठी ने कहा, अगर इस मुद्दे पर चर्चा होती है, तो मैं इस बारे में जो कुछ भी जानता हूं, उन्हें बताऊंगा। लेकिन मूल रूप से यह एक शिष्टाचार भेंट होगी।
संदेशखली के हाटगाछी इलाके में भारतीय जनता पार्टी के झंडे को हटाए जाने को लेकर भाजपा और तृणमूल के कार्यकर्ताओं के बीच एक बड़ी हिंसक झड़प हुई।
पुलिस ने तीन लोगों की मौत की पुष्टि की है, जिनमें दो भाजपा से और एक तृणमूल कांग्रेस से है। लेकिन दोनों दलों का दावा है कि घटना में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है।
केंद्र सरकार ने पहले ही राज्य सरकार को एक एडवाइजरी भेजकर राज्य में जारी हिंसा और राज्य के कानून प्रवर्तन मशीनरी पर कथित रूप से कानून व्यवस्था को बनाए रखने में विफल साबित होने को लेकर गहरी चिंता जताई गई है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय की एडवाइजरी में राज्य सरकार को कानून-व्यवस्था और सार्वजनिक शांति बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
ममता बनर्जी सरकार का कहना है कि पश्चिम बंगाल में स्थिति नियंत्रण में है और राज्य में चुनाव बाद संघर्ष के बाद दृढ़ और उचित कार्रवाई की गई है।