नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट करने को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पत्रकार प्रकाश कनौजिया की पत्नी जगीशा अरोड़ा ने गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की।
प्रशांत कनौजिया को कथित तौर पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने शनिवार को दिल्ली से उठाया था। हालांकि, उनकी औपचारिक गिरफ्तारी लखनऊ से दिखाई गई।
कनौजिया की पत्नी ने राज्य पुलिस की कार्रवाई को चुनौती देते हुए अब शीर्ष अदालत का रुख किया है और बंदी प्रत्यक्षीकरण जारी करने की मांग की है।
याचिका में दावा किया गया है कि सिविल ड्रेस में कुछ लोगों ने कनौजिया को उठाया और कथित तौर पर गिरफ्तारी का कोई वारंट नहीं दिखाया। याचिकाकर्ता ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली की किसी अदालत से ट्रांजिट रिमांड नहीं मांगी, बल्कि लखनऊ में औपचारिक गिरफ्तारी दिखा दी।
वकील नित्या रामकृष्णन ने जगीशा अरोड़ा की तरफ से न्यायाधीश इंदिरा बनर्जी और न्यायाधीश अजय रस्तोगी की पीठ के समक्ष मामले का उल्लेख किया और गिरफ्तारी को अवैध और असंवैधानिक बताते हुए तत्काल सुनवाई की मांग की।
शीर्ष अदालत ने मंगलवार को याचिका पर सुनवाई करने के लिए सहमति दे दी है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सात जून को लखनऊ के हजरतगंज पुलिस स्टेशन में आईपीसी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की थी।
कनौजिया ने आदित्यनाथ पर एक महिला के कथित दावे के आधार पर व्यंग्यात्मक टिप्पणियां की थीं। महिला ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कहा कि वह मुख्यमंत्री के नियमित संपर्क में थी।