बर्मिघम : यहां जारी विश्व कप-2019 में आईसीसी के कड़े सुरक्षा नियमों को लेकर भारतीय क्रिकेट टीम खासी परेशानी महसूस कर रही है। भारतीय टीम को कई बार प्रशंसकों के अति उत्साह के कारण दिक्कत का सामना करना पड़ा है जिससे उन्हें अपना काम करने में परेशानी आती है।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि कई ऐसे मामले हैं जहां उत्साहित प्रशंसकों ने सुरक्षा इंतजाम को ठेंगा दिखाकर खिलाड़ियों के साथ सेल्फी और ऑटोग्राफ लेनी चाही। आईसीसी के नियमों के कारण भारतीय टीम प्रबंधन को इससे निपटने में दिकक्त आई है।
सूत्र के मुताबिक, आईसीसी के नियमों के अनुसार, सुरक्षा ऐसी होनी चाहिए कि वो दिखे नहीं। लेकिन, टूर्नामेंट के मौजूदा हालात को देखकर ऐसा जरूरी हो गया है कि सुरक्षा कर्मी का अस्तित्व नजर आए क्योंकि टीम होटल के पास कई प्रशंसक खड़े रहते हैं।
भारतीय टीम का डर भी अपनी तरफ से सही है क्योंकि हाल ही में टीम होटल में ऐसा वाकया हुआ था जहां उत्साहित प्रशंसकों ने खिलाड़ियों की फोटो लेनी शुरू कर दी और बिना इजाजत उनकी निजता में दखल दिया।
एक खिलाड़ी ने आईएएनएस से कहा कि वे प्रशंसकों के ऑटोग्राफ लेने और सेल्फी खिंचवाने की उत्सुकता को समझते हैं, लेकिन क्रिकेटरों को भी निजता चाहिए होती है क्योंकि उन्हें अपना ध्यान अपने प्रदर्शन पर लगाना होता है।
खिलाड़ी ने कहा, हम समझते हैं कि जब हम अच्छा करते हैं तो लोग हमें पहचानने लगते हैं और एक समय वह हमारे साथ फोटो लेना चाहते हैं या ऑटोग्राफ लेना चाहते हैं। कोई भी उनकी इच्छा पर सवाल नहीं कर रहा है, लेकिन हम भी इंसान हैं और हमें भी निजता की जरूरत है। हम भी जब बच्चे थे तो हम भी ऑटोग्राफ के लिए जाते थे और जब नहीं मिलता थो हमें निराशा होती थी, लेकिन कई बार ऐसा समय होता है कि जब आप फोटो खिंचवाने के मूड में नहीं होते हैं और तब प्रशंसकों को बुरा लगता है और वो अपनी राय बना लेते हैं।
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बीते शनिवार को हुए मैच के दौरान दोनों टीमों के प्रशंसकों की झड़प इस बात का एकदम सटीक उदाहरण है कि भारतीय टीम की चिंता क्यों जायज है और क्यों आईसीसी को इस मामले में दखल देते हुए केवल मैदान पर ही नहीं बल्कि टीम के होटल के आसपास भी सुरक्षा कड़ी करनी चाहिए।