पटना : बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के पांचवें दिन गुरुवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव सदन पहुंचे और उन्होंने कार्यवाही में भाग ली। सदन में तेजस्वी हालांकि आक्रामक तेवर में नजर नहीं आए।
तेजस्वी के सदन में पहुंचने पर राजद के सदस्यों ने मेज थपथपाकर उनका स्वागत किया। लोकसभा चुनाव के इस बार के चमत्कारी परिणाम के मुताबिक अपनी पार्टी की करारी हार के बाद से ही तेजस्वी बिहार की राजनीति से गायब थे।
तेजस्वी ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में बिहार से दूर रहने के संबंध में पूछे जाने पर बताया कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान उनके एक पैर में हल्का फ्रैक्चर हो गया था, जिसके इलाज के लिए वे दिल्ली में थे।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देने को अफवाह बताते हुए उन्होंने पत्रकारों से कहा, आप लोग अफवाहों पर अपना समय क्यों बर्बाद कर रहे हैं?
इस बीच, सदन पहुंचने के बाद गुरुवार को तेजस्वी ट्विटर पर भी सक्रिय हुए। राजद नेता ने ट्वीट कर स्वास्थ्य व्यवस्था की खस्ता हालत को लेकर नीतीश सरकार पर निशाना साधा।
तेजस्वी ने ट्वीट किया, सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने माना है कि उनके 14 वर्ष के कथित सुशासन वाले कार्यकाल में बिहार में 47 प्रतिशत डॉक्टर, 71 प्रतिशत नर्स, 62 प्रतिशत लैब टेक्नीशियन और 48 फीसदी फार्मासिस्ट के पद खाली पड़े हैं। मुख्यमंत्री बताएं कि इसका जिम्मेदार कौन है? युवाओं को नौकरी क्यों नहीं?