भोपाल : इंदौर नगर निगम के अधिकारी की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई के मामले में जेल से जमानत पर छूटे विधायक आकाश विजयवर्गीय को भाजपा अनुशासन समिति ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। आकाश भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में इंदौर की घटना पर नाराजगी जताई थी। भाजपा सूत्रों के अनुसार, गुरुवार को भाजपा की अनुशासन समिति ने आकाश को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
आकाश ने 26 जून को एक जर्जर मकान तोड़ने गए नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस की क्रिकेट के बल्ले से पिटाई की थी। इसका वीडियो वायरल हो गया था। इस मामले में उन्हें जेल जाना पड़ा। उनके जेल में रहने के दौरान इंदौर शहर में लगाए गए पोस्टरों में आकाश को सलामी दी गई और जमानत पर रिहाई के बाद तिलक लगाकर उनका स्वागत किया गया।
अफसर की पिटाई के बाद विधायक आकाश ने कहा था– भाजपा ने सिखाया है, पहले आवेदन, फिर निवेदन और फिर दे दनादन। हमने हाथ जोड़कर निवेदन कई बार किया, अभी तो यह सिर्फ शुरुआत है। अब यह लड़ाई इनके खात्मे के साथ खत्म होगी। उनके इस बयान में धमकी भी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली में भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक में कहा था, हम ऐसा कोई नेता नहीं चाहते जो पार्टी की छवि खराब करे। बेटा किसी का भी हो, ऐसे नेताओं को पार्टी से निकाल देना चाहिए।
संवाददाताओं ने गुरुवार को जब प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेश सिंह से आकाश को अनुशासन समिति द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, फिलहाल हमने कोई निर्णय नहीं लिया है, भाजपा की अपनी एक कार्यपद्धति है, उस कार्यपद्धति के आधार पर हम जो निर्णय करने वाले होंगे, उसकी जानकारी शीघ्र आप तक आएगी।