नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दाम में शनिवार को भारी वृद्धि दर्ज की गई। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में पेट्रोल का भाव 2.45 रुपये की वृद्धि के साथ तकरीबन 73 रुपये लीटर हो गया है। डीजल भी दिल्ली में 2.36 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा आम बजट 2019-20 में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क और उपकर में वृद्धि के कारण तेल के दाम बढ़े हैं। जानकार बताते हैं कि तेल के दाम में वृद्धि से आने वाले दिनों में देश में महंगाई बढ़ेगी।
इंडियन ऑयल की बेवसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकता, मुंबई और चेन्नई में शनिवार को पेट्रोल के दाम बढ़कर क्रमश: 72.96 रुपये, 75.15 रुपये, 78.57 रुपये और 75.76 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं। चारों महानगरों में डीजल के दाम भी बढ़कर क्रमश: 66.69 रुपये, 68.59 रुपये, 67.40 रुपये और 69.90 रुपये प्रति लीटर हो गए हैं।
पेट्रोल के भाव में दिल्ली में 2.45 रुपये, कोलकाता में 2.40 रुपये, मुंबई में 2.42 रुपये और चेन्नई में 2.57 रुपये लीटर की वृद्धि की गई है। वहीं, डीजल दिल्ली और कोलकाता में 2.36 रुपये, मुंबई में 2.50 रुपये और चेन्नई में 2.52 रुपये लीटर महंगा हो गया है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते दिनों कच्चे तेल के भाव में नरमी आने के बाद पिछले तीन दिनों से तेल विपणन कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं किया था। मगर, उत्पाद शुल्क और उपकर बढ़ाए जाने के कारण तेल के दाम में भारी इजाफा हो गया है।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को लोकसभा में आम बजट पेश करते हुए पेट्रोल और डीजल केंद्रीय उत्पाद कर और सड़क अवसंरचना उपकर में एक-एक रुपये की वृद्धि की घोषणा की।
एंजेल ब्रोकिंग के एनर्जी व करेंसी रिसर्च मामलों के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव पिछले एक महीने से सीमित दायरे में हैं, जोकि वैश्विक स्तर पर व्यापारिक तनाव के कारण तेल की खपत मांग में सुस्ती के कारण है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका-चीन के बीच व्यापारिक तनाव का सकारात्मक समाधान होता है तो तेल के दाम में भारी तेजी देखने को मिलेगी जिससे भारत में तेल का आयात महंगा हो जाएगा जिसके फलस्वरूप पेट्रोल और डीजल के दाम में और वृद्धि होगी।
मौजूदा वृद्धि का असर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि पेट्रोल और डीजल के दाम में दो रुपये से ज्यादा का इजाफा होने से मालभाड़ा व परिवहन की लागत बढ़ जाएगी जिससे वस्तुओं की कीमतों में इजाफा होगा। उन्होंने कहा कि तेल के दाम बढ़ने से दैनिक जरूरत की वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होगी।