लीड्स : किसी भी टीम के लिए उसकी सफलता का रहस्य कल्चर (संस्कृति) होती है और ये कल्चर कप्तान और कोच बनाते हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इस बात का खुलासा किया है कि इस टीम की शानदार प्रदर्शन का रहस्य टीम का माहौल है, जहां सभी 15 खिलाड़ियों के साथ बराबर व्यवहार किया जाता है। उन्होंने कहा कि अंतिम एकादश में शामिल खिलाड़ी और टीम से बाहर खिलाड़ी वैसे ही अभ्यास करते हैं, जैसे वे आने वाला मैच खेलने वाले हैं।
कार्तिक ने कहा, इस टीम के सभी 15 खिलाड़ी यह मानकर प्रत्येक मैच की तैयारी करते हैं कि वह खेल सकते हैं। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि हमें मुट्ठी भर ही मौके मिलते हैं। जाहिर है जब वे हमें बताते हैं कि हम नहीं खेल रहे हैं, तो फिर हमें पता होता है कि हम हम खेल रहे हैं या नहीं। लेकिन इसके बाद हम इस तरह से अभ्यास करते हैं कि जैसे मानो हम अंतिम एकादश में खेलने जा रहे हैं।
वास्तव में, यह कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री की एक खासियत रही है कि बल्लेबाजों और गेंदबाजों को पूरा अभ्यास कराया जाता है, वाहे वह अंतिम एकादश में शामिल हो या ना हो। इसके अलावा न खेलने वाले खिलाड़ियों के साथ भी ऐसा ही होता है।
कार्तिक ने कहा, हमें अभ्यास करने का मौका मिलता है। हम गेंदबाजों के खिलाफ अभ्यास करते हैं, इसलिए आम तौर पर हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जाता है जैसे कि हम अंतिम एकादश में खेल रहे हैं। इसलिए हम इस तरह से तैयारी करने कोशिश करते हैं जैसे कि हम अंतिम एकादश में खेल रहे हैं।
शुक्रवार को भी टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगर ने सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को पूरा अभ्यास कराया जबकि वह हाल में ही टीम के साथ जुड़े हैं। गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने भी नवदीप सैनी को पूरा अभ्यास कराया। इससे साफ है कि इस टीम में सही माहौल का निमार्ण हो रहा है।