नई दिल्ली : इंग्लैंड एवं वेल्स में जारी आईसीसी विश्व कप में इस समय सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भारत के रोहित शर्मा क्रिकेट के इस महाकुम्भ में हर दिन नए रिकार्ड बनाते जा रहे हैं। अब तक पांच शतक लगा चुके रोहित की बल्लेबाजी देख सभी अचरज में हैं। आलम यह है कि हमेशा रनों के मामले में आगे रहने वाले भारत के कप्तान विराट कोहली इस समय विश्व कप में रोहित से पीछे हैं।
रोहित की बल्लेबाजी को देखकर लगता है कि उनका इकलौता लक्ष्य टीम की खिताबी जीत है और उनके कोच दिनेश लाड भी ऐसा ही मानते हैं। दिनेश कहते हैं कि रोहित को देखकर ऐसा लग रहा है कि वह ठान कर गए हैं कि भारत को तीसरा विश्व कप दिलाकर ही लौटेंगे।
दिनेश ने फोन पर आईएएनएस के साथ साक्षात्कार में कहा, रोहित जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा है, वो अविश्वसनीय है। रोहित में काफी प्रतिभा है। उसे पता है कि वो क्या है। लेकिन जिस तरह अभी वो बल्लेबाजी कर रहा है उसे देखकर तो लग रहा है कि उसने ठान लिया है कि मैं विश्व कप भारत में लेकर ही आऊंगा।
रोहित ने इस विश्व कप में पांच शतक जमाए हैं और वह इस विश्व कप में क्या किसी भी विश्व कप में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले बल्लेबाज भी बन गए हैं। साथ ही वह एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने के सचिन तेंदुलकर के रिकार्ड को तोड़ने के काफी करीब भी हैं। इसके लिए रोहित को बस एक अर्धशतक की जरूरत है।
रोहित हालांकि इस विश्व कप में अलग अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं। पहले मैच में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जो पारी उन्होंने खेली उसके बाद कहा भी था कि उन्होंने काफी अलग बल्लेबाजी की जो उनके स्वाभाव के विपरीत है।
रोहित के इस बदले अंदाज पर उनके कोच ने कहा, उसने अपना नैचुरल गेम छोड़ा नहीं हैं। हां, थोड़े बदलाव किए हैं। मसलन, वो पहले शुरू-शुरू से ही गेंद पर हावी हो जाता था लेकिन अभी उसने तय कर लिया है कि उसे विकेट पर खड़ा रहना है। मुझे याद है कि जब वो इंग्लैंड जा रहा था तब मैंने उसे बताया था कि देख रोहित अगर तू 10-12 ओवर विकेट पर टिक गया तो तो तुझे आउट करना मुश्किल है। तू ऐसा कर पाया तो हर मैच में 100 रन कर सकता है। वो ऐसा ही कर रहा है। अभी वो धैर्य के साथ खेल रहा है।
रोहित बीते तीन मैचों में शतक पूरा करने के तुरंत बाद आउट हो गए थे। इसका कारण जब दिनेश से पूछा गया तो उन्होंने कहा, आक्रामक होने के कारण ही वो आउट हो रहा है। पाकिस्तान के खिलाफ खराब शॉट खेला। अगर वो शॉट नहीं खेलता तो 200 रनों की भी पारी कर सकता था। अभी वो 107, 102, 103 पर आउट हो गया था। अटैक करने के कारण वो विकेट खो रहा है।
दिनेश को नहीं लगता कि रोहित पर सेमीफाइनल या फाइनल में खेलने का दबाव होगा। वह कहते हैं, जिस तरह से वो बल्लेबाजी कर रहा है उसे देखकर नहीं लग है कि उस पर सेमीफाइनल या फाइनल का दबाव होगा। अभी उसमें बहुत आत्मविश्वास है। वो जिस तरह से खेल रहा वो निश्चित तौर पर आने वाले मैचों में सौ करेगा।
रोहित 2011 विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा नहीं थे। 2015 में वो खेले थे लेकिन टीम सेमीफाइनल में हार कर वापस आ गई थी। उस विश्व कप में रोहित ने सिर्फ एक शतक जमाया था।
दिनेश ने कहा, वो निश्चित तौर पर अपने दिमाग में यह बात लेकर गया होगा कि उसे अपने आप को साबित करना है क्योंकि अपने देश के लिए विश्व कप जीत कर लाना बहुत बड़ी बात है, ऐसा कौन नहीं चाहता। वो 2011 में नहीं खेल पाया था, जिसका उसे काफी दुख था। वो चाह रहा है कि विश्व कप हाथ में आए। 2011 विश्व कप के बाद मैंने सिर्फ उससे एक बात कही थी। देख रोहित तू अभी क्रिकेट को कम समय दे रहा है लेकिन अगर तू क्रिकेट को ज्यादा समय देगा तो निश्चित तौर पर बड़ा बल्लेबाज बनेगा। समय नहीं देगा तो कोई नहीं पहचाने की रोहित कौन है।
दिनेश ने अपनी बात को समाप्त करते हुए कहा, आज रोहित को सब जान रहे हैं। उसका कारण है कि उसने क्रिकेट को समय दिया है। मैंने उससे कहा था कि अपने आप को कंट्रोल करना और ज्यादा से ज्यादा क्रिकेट को समय देना। उसने वैसा ही किया और आज उसे फायदा हो रहा है।