इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने उन नेताओं के साक्षात्कार और मीडिया कवरेज को रोकने का फैसला किया है, जो किसी मामले में दोषी या विचाराधीन कैदी हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेगुलेटरी अथॉरिटी (पेमरा) को यह निर्देश दिया गया है कि वे अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर होने वाले ऐसे कार्यक्रमों का समर्थन न करें।
डॉन अखबार के अनुसार, प्रधानमंत्री इमरान खान की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट की बैठक में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और पूर्व प्रधानमंत्रियों नवाज शरीफ और शाहिद खाकान अब्बासी की पूर्व की विदेश यात्राओं के विवरणों का खुलासा किया गया, और कहा गया कि इन नेताओं ने 245 विदेशी दौरे किए थे, जिन पर लगभग 3.5 अरब रुपये खर्च हुए थे।
कैबिनेट इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि नवाज शरीफ के करीबी सहयोगी नासिर बट और जवाबदेही अदालत के न्यायाधीश अरशद मलिक के बीच कथित बातचीत से संबंधित वीडियो, शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने सार्वजनिक किया था।
उन्होंने हालांकि कहा कि सरकार ने पेमरा को किसी भी निजी टीवी चैनल को बंद करने का निर्देश नहीं दिया है, क्योंकि यह एक स्वतंत्र निकाय है और अपने फैसले लेने में सक्षम है।
पेमरा ने पीपीपी नेता आसिफ अली जरदारी का एक साक्षात्कार प्रसारित करने पर कुछ दिन पहले तीन निजी टीवी चैनलों के ट्रांसमिशन रद्द कर दिए थे। जरदारी राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो की हिरासत में हैं और फर्जी खातों/धन शोधन के एक मामले में मुकदमे का सामना कर रहे हैं।
प्रशासन ने संसद भवन परिसर में एक जुलाई को पूर्व राष्ट्रपति जरदारी के एक साक्षात्कार को भी ऑफ एयर कर दिया था, जिसे हामिद मीर द्वारा संसद भवन परिसर में लिया जा रहा था, जहां जरदारी नेशनल एसेंबली के एक सत्र में हिस्सा लेने आए थे, क्योंकि सदन के अध्यक्ष ने उन्हें उपस्थित होने का एक आदेश जारी किया था।