काठमांडू : बीते दिनों नेपाल में हुई भारी बारिश ने बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है। इस दौरान करीब 90 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। अधिकारियों के अनुमान के अनुसार देश के पुनर्निमाण के लिए और इसे फिर से बसाने के लिए करीब 22 करोड़ रुपये की जरूरत है।
द काठमांडू पोस्ट की सोमवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ और भूस्खलन से जुलाई के दूसरे सप्ताह में देश के पूर्वी हिस्सों में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। सड़क विभाग के शुरुआती अनुमानों के अनुसार, संरचनाओं को ठीक करने और पुनर्वास की लागत लगभग 22 करोड़ रुपये होगी।
लगातार हुई बारिश से आई आपदा में 50 से ज्यादा सड़कें और पुल ध्वस्त हो गए हैं। सड़क विभाग के प्रवक्ता शिव हरी सपकोटा ने कहा, बारिश का दौर जारी है, ऐसे में आने वाले दिनों में और कई संरचनाओं के ध्वस्त होने की आशंका है।
उन्होंने आगे कहा, देश के पश्चिमी हिस्सों में हालांकि ज्यादा बारिश नहीं हुई है, लेकिन फिर भी हमें संभावित नुकसान के लिए तैयार रहना चाहिए।
विभाग ने बताया कि राजमार्ग और सड़कों की हालत खराब हो चुकी है, ऐसे में बिना मरम्मत हम उस पर परिवहन की मंजूरी देते हैं तो वाहनों की आवाजाही से दुर्घटना होने का खतरा है। देश में हर साल मानसून के दौरान बाढ़ से सड़कें और पुल ध्वस्त हो जाते हैं।
द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, सड़क विभाग ने बताया कि हर साल सड़क और पुल के रखरखाव पर करीब 40 से 50 लाख रुपये का खर्च आता है।