प्रदीप शर्मा
दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर घंटों चले हंगामे के बाद दोपहर में पुलिस कमिश्नर ने पुलिसवालों से काम पर लौटने की अपील की पर उन्हें किरण बेदी के नारे सुनने को मिले। दरअसल, पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने कहा कि यह पुलिस विभाग के लिए परीक्षा की घड़ी है। ऐसे में सभी को कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए अपना फर्ज निभाना चाहिए। इस पर पुलिसवालों की नारेबाजी और तेज हो गई और किरण बेदी के नारे गूंजने लगे।
वैसे दिल्ली पुलिस के चुनौतियां हम हमेशा से देखते आए हैं। उन्होंने अपील की कि उस दिन जैसे हालात थे, उसके हिसाब से देखें तो काफी सुधर रहा है। इस स्थिति को हम परीक्षा की तरह मानें और हमें कानून संभालने की जो जिम्मेदारी दी गई है, उसे ध्यान में रखें। हमारे लिए अपेक्षा की भी घड़ी है। सरकार और जनता की तरफ से हमसे काफी उम्मीदें की जाती है औऱ क्योंकि हम कानून के रखवाले हैं। अब तक जैसे हम कानून व्यवस्था को बनाए रखे हुए हैं, वैसे आगे भी रखें। परीक्षा, अपेक्षा के बाद प्रतीक्षा की भी घड़ी है। कोर्ट के आदेश पर जांच टीम गठित हुई है। हमें उस पर विश्वास रखना चाहिए और फैसला आने की प्रतीक्षा कीजिए।
शनिवार को जो कुछ हुआ, उस पर हमारे अफसरों ने पूरी जिम्मेदारी से अपनी ड्यूटी की है। आपसे मेरी विनती है कि आप अपने ड्यूटी पॉइट्स पर वापस जाएं। आपको जानना चाहिए। इस स्थिति में भी हमारे कई जवान ड्यूटी पर हैं। दिल्ली पुलिस को देशभर में एक श्रेष्ठ पुलिसबल माना जाता है। आपके मन में जो आशंकाएं हैं, उसे दूर करने के लिए हम पूरी कोशिश और कार्रवाई करेंगे।
हालांकि पुलिस कमिश्वनर की अपील की बाद भी हंगामा थमा नहीं है। पुलिसवाले तेज आवाज में ‘वी वॉन्ट जस्टिस’ के नारे लगा रहे हैं।
इस बीच शनिवार को तीस हज़ारी कोर्ट में हुई हिंसा का नया सीसीटीवी फ़ुटेज सामने आया है. नए वीडियो में झगड़े की शुरुआत की पूरी कहानी है. एक वकील पुलिस वैन के बगल में अपनी कार लगा देता है. बाद में एक पुलिसकर्मी उसके पास जाता है और वहां से कार हटाने को कहता है. दोनों के बीच पहले बहस होती है और फिर हाथापाई. इसके बाद पुलिसवाला वकील को लॉकअप में डाल देता है. हालांकि वहां उससे किसी तरह की मारपीट नहीं होती है. कुछ देर बाद वकील को लॉकअप से छोड़ दिया जाता है और वो वहां से चला जाता है. कुछ देर बाद वकील अपने साथी वकीलों के साथ पुलिस के पास पहुंचता है और मारपीट की शुरुआत होती है।