प्रदीप शर्मा
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी में बातचीत जारी है. तीनों ही पार्टियों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम पर सहमति बन गई है. किसान कर्जमाफी, रोजगार, फसल बीमा योजना की समीक्षा, छत्रपति शिवाजी महाराज और बीआर अंबेडकर स्मारक जैसे मुद्दों पर तीनों ही पार्टियों में सहमति बनी. अब ये ड्राफ्ट तीनों ही पार्टियों के अध्यक्ष को भेजा जाएगा।
महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने गुरुवार को एक बड़ी बैठक की। प्रदेश में एक साथ सरकार बनाने की संभावनाओं को तलाश रहे तीनों दलों ने गुरुवार शाम संयुक्त मोर्चे की सरकार के कॉमन मिनिमन प्रोग्राम पर मंथन किया। इस बैठक में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण, एनसीपी नेता छगन भुजबल और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे शामिल हुए।
माना जा रहा है कि इस बैठक के बाद अब महाराष्ट्र में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस की संयुक्त सरकार बनने की स्थितियां स्पष्ट हो सकती है। इसके अलावा एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार के दिल्ली पहुंचने की बात भी कही जा रही है। गुरुवार को इस बैठक से पहले ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एनसीपी नेता शरद पवार से फोन पर बात भी की थी।
मुंबई में हुई इस बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा हुई, अभी इसपर किसी भी दल की ओर से बयान नहीं दिया गया है। वहीं दूसरी ओर यह माना जा रहा है कि शरद पवार दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद शिवसेना से गठबंधन पर अंतिम फैसला ले सकते हैं। इससे पहले बुधवार को मुंबई में एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच भी एक बड़ी बैठक हुई थी।
महाराष्ट्र में चुनाव परिणाम आने के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने एक समन्वय समिति की स्थापना की है। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना एक कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बना रहे हैं जिसमें तीनों ही दलों के चुनावी घोषणा पत्र को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा भावी मंत्री परिषद के स्वरूप को लेकर भी बातचीत का दौर जारी है।