इंद्र वशिष्ठ
सांसद डॉक्टर टी सुब्बारामी रेड्डी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में गृहमंत्री ने बताया कि कश्मीर के सभी 195 थानों के इलाके से धारा 144 पूर्णता हटा ली गई है। सिर्फ कुछ इलाकों में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक धारा 144 लगाई गई है। गृहमंत्री ने कहा कि मुझे लगता है कि रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक लोगों को बहुत इकट्ठा होने की जरूरत भी नहीं होती।
गृहमंत्री ने बताया कि धारा 370 के प्रावधानों को हटाने के बाद यानी 5 अगस्त 2019 से आज़ तक एक भी व्यक्ति पुलिस की गोली से नहीं मारा गया। जबकि इस सदन में भी आशंका व्यक्त की गई थी कि खून की नदियां बह जाएंगी, रक्तपात हो जाएगा, काफ़ी लोग मारे जाएंगे। गृहमंत्री ने कहा कि धारा 370 हटाने के बाद हजारों लोगों को जेल में डालने की छवि बनाई जा रही है।
राज्य सभा में कांग्रेस के नेता ग़ुलाम नबी आजाद ने कहा कि स्थिति सामान्य है तो नेता जेल में बंद क्यों हैं? शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई है। गृहमंत्री ने स्कूल-कालेजों में 98% उपस्थिति का जो आंकड़ा पेश किया है वह परीक्षाओं के दौरान की उपस्थिति का है।उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि स्कूल- कालेजों में उपस्थिति सिर्फ 0.5% है। आजाद ने गृहमंत्री के दावों को ग़लत बताया और कहा कि लगता है कि किसी दूसरे राज्य के आंकड़े गृहमंत्री के हाथ में आ गए हैं।
इस पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वह जिम्मेदारी के साथ जवाब दे रहे हैं। उन्होंने ग़ुलाम नबी आजाद को चुनौती देते हुए कहा कि वह रिकॉर्ड पर इन आंकड़ों को चैलेंज करें यानी गलत साबित करें। गृहमंत्री ने कहा कि वह पास्ट यानी अतीत में जाना नहीं चाहते। गुलाम नबी आजाद उनको अतीत में घसीट ले जाना चाहते है तो मुझे उनको जवाब देना है।