प्रदीप शर्मा
देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बहुमत बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को मिला था. हमें 105 सीट पर सफलता मिली थी. हमने शिवसेना का काफी इंतजार किया. सेना ने एनसीपी और कांग्रेस से बातचीत शुरू कर दी. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हमने कभी भी ढाई ढाई साल का वादा नहीं किया था. शिव सेना ने अपना ही मजाक बनाया. तीनों दलों ने सरकार बनाने से इंकार कर दिया था। तब जाकर 15 दिन बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया. हमने अजित पवार को राजी किया. अब हमारे पास बहुमत नहीं है इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
इससे पहले अजित पवार ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को सौंप दिया था. अजित पवार के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र की सियासत में यह कयास लगना शुरू हो गया कि अब देवेंद्र फडणवीस भी जा सकते हैं।
कल शाम शरद पवार और उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में 162 विधायकों ने एकता बनाए रखने की शपथ ली थी. इसके बाद बीजेपी के भीतर भी सियासी समीकरण को मजबूत करने के लिए भागदौड़ तेज हो गई थी. आज सुबह सुप्रीम कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि कल शाम 5 बजे तक फडनवीस सरकार सदन में बहुमत साबित करे जिसका प्रसारण लाइव हो एवं वीडियो रिकॉर्डिंग भी की जाए. साथ ही राज्यपाल से कहा गया कि वो प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति करें।
अब अजित पवार का इस्तीफा हो गया है. 3:30 बजे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी. इससे पहले दिल्ली में एक उच्च स्तारीय बैठक हुई जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह शामिल थे. बताया जा रहा है कि उसके बाद ही इस्तीफा देना तय हुआ। प्रेस कांफ्रेंस के बाद देवेंद्र फडणवीस ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करके अपने पद से इस्तीफा दे दिया।