प्रदीप शर्मा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता कानून के विरोध में हुए हिंसा पर बुधवार को चिंता जताई. पीएम मोदी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह लोगों ने हिंसा की, संपत्ति को नष्ट किया वो अपने घर में बैठकर सोचें कि क्या ये सही था? उन्हें इसके लिए आत्मचिंतन करनी चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि सरकारी संपत्ति को तोड़ने वालों को मैं कहना चाहूंगा कि बेहतर सड़क, बेहतर ट्रांसपोर्ट सिस्टम, उत्तम सीवर लाइन नागरिकों का हक है तो इसे सुरक्षित रखना और साफ-सुथरा रखना भी तो उनका कर्तव्य. उन्होंने कहा कि आज अटल सिद्धि की इस धरती से मैं यूपी के युवा साथियों को, यहां के हर नागरिक को एक और आग्रह करने आया हूं. आजादी के बाद के वर्षों में हमने सबसे ज्यादा जोर अधिकारों पर दिया है, लेकिन अब हमें अपने कर्तव्यों, अपने दायित्वों पर भी उतना ही बल देना है।
पीएम मोदी ने कहा कि अटल जी कहते थे कि जीवन को टुकड़ों में नहीं समग्रता में देखना होगा. यही बात सरकार के लिए भी सत्य है, सुशासन के लिए भी सत्य है. सुशासन भी तब तक संभव नहीं है, जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में, समग्रता में नहीं सोचेंगे. उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास से भरा हिन्दुस्तान 2020 में प्रवेश कर रहा है. हम चुनौतियों को चुनौती देने का स्वभाव लेकर निकले हैं. 2014 से 2019 के बीच हमने चुनौतियों को चुनौती देने का कोई मौका नहीं छोड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘भविष्य में हमारा मूल्यांकन दो बातों से होगा. एक है कि विरासत में मिली समस्याओं को हमने कैसे सुलझाया और दूसरा राष्ट्र के विकास के लिए हमने अपने प्रयासों से कितनी मजबूत नींव रखी है. हमें विरासत में अनुच्छेद 370 मिला. उसे हमने हटाया और बहुत आसानी से ऐसा कर दिखाया.’ मोदी ने कहा, ‘मेरा सौभाग्य है कि दूसरे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में यहां आने का अवसर मिला है. अटल जी की भव्य प्रतिमा लोगों को सुशासन की निरंतर प्रेरणा देती रहेगी. अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास करना मेरे लिए सौभाग्य के पल हैं. अटल जी ने लखनऊ के लिए अनेक योजनाएं शुरू की थी. उन्होंने लखनऊ को नई पहचान देने के लिए अनेक कार्यक्रम लाए.’ प्रधानमंत्री अटल भूजल योजना का जिक्र करते हुए कहा कि छह हजार करोड़ रुपये की इस योजना के तहत उत्तर प्रदेश सहित देश के सात राज्यों में भूजल के स्तर को सुधारने के लिए काम किया जाएगा।
इससे पहले आज प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन से 6,000 करोड़ रुपये की अटल भूजल योजना की शुरुआत की. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि पानी का विषय अटल जी के लिए बहुत महत्वपूर्ण था, उनके हृदय के बहुत करीब था. अटल जल योजना हो या फिर जल जीवन मिशन से जुड़ी गाइडलाइंस, ये 2024 तक देश के हर घर तक जल पहुंचाने के संकल्प को सिद्ध करने में एक बड़ा कदम हैं,पानी का ये संकट एक परिवार के रूप में, एक नागरिक के रूप में हमारे लिए चिंताजनक तो है ही, एक देश के रूप में भी ये विकास को प्रभावित करता है।