प्रदीप शर्मा
दिल्ली में हुई हिंसा की जांच के लिए स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम गठित की गई है. यह एसआईटी क्राइम ब्रांच की होगी. दिल्ली पुलिस के एडीशनल सीपी क्राइम बीके सिंह की अगुवाई में यह एसआईटी काम करेगी. क्राइम ब्रांच की एसआईटी की दो टीमें बनाई गई हैं जो मिलकर नार्थ-ईस्ट दिल्ली में हिंसा की जांच करेंगी. दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक मरने वालों की संख्या 38 हो गई है. हिंसा के मामलों में अब तक 48 एफआईआर दर्ज हुई हैं. इसके अलावा 20 और मामले दर्ज किए जा रहे हैं. करीब एक हजार सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिनकी जांच की जा रही है।
एसआईटी की जांच टीमों के मुखिया दो डीसीपी होंगे. एक टीम के मुखिया डीसीपी जॉय ट्रिकी होंगे और दूसरी टीम के मुखिया डीसीपी राजेश देव होंगे. दोनों टीमों में चार-चार एसीपी होंगे. यानी कुल आठ एसीपी शामिल होंगे. इन टीमों में तीन-तीन इंस्पेक्टर, चार-चार सब इंस्पेक्टर और पुलिस कर्मी शामिल रहेंगे।
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एमएस रंधावा ने बताया कि दिल्ली में हुई हिंसा के मामले में अब तक 48 एफआईआर दर्ज हुई हैं. इसके अलावा 20 और मामले दर्ज किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि एक हजार सीसीटीवी फुटेज मिले हैं जिनकी जांच की जा रही है।
रंधावा ने बताया कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हालात नियंत्रण में है और स्थिति एकदम सामान्य है. पहले के मुकाबले पीसीआर कॉल बहुत कम आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि अमन कमेटी के साथ मिलकर शांति की अपील की जा रही है. हर एंगल से हिंसा की जांच की जा रही है. कई जगह छापेमारी चल रही है। उन्होंने बताया कि हिंसा की पूरी जांच के लिए एसआईटी बनाई गई है. यह एसआईटी क्राइम ब्रांच की होगी।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली में लगातार तीन दिनों तक हुई हिंसा में अब तक 38 लोगों की मौत हो गई है. आज सुबह छह घायलों ने दम तोड़ा. वहीं दो शव बरामद किए गए. जीटीबी अस्पताल में 30 और एलएनजीपी अस्पताल में तीन लोगों की मौत हुई. दो सौ से ज़्यादा लोग अस्पताल में हैं, जिनमें कुछ लोगों की हालत काफ़ी गंभीर बताई जा रही है. हिंसा को लेकर 130 उपद्रवियों को गिरफ़्तार किया गया है. दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवान लगातार संवेदनशील इलाक़ों में गश्त कर रहे हैं. दिल्ली धीरे-धीरे पटरी पर लौटती दिख रही है।