प्रदीप शर्मा
कोरानावायरस की वजह से लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन प्रवासी मजदूरों के लिए मुश्किलों का सबब बन गया है. मीलो लंबे रास्तों का सफर खुद तय करने निकले प्रवासी मजदूर बड़े पैमाने पर सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं.आज ही के दिन उत्तर प्रदेश में दूसरा सड़क हादसा सामने आया है, जिसमें दंपत्ति की मौत हो गई है. देश में 12 घंटों के भीतर यह तीसरी दुर्घटना है, तीनों घटनाओं को मिलाकर देखें तो अब तक 32 लोगों की मौत आज की तारीख में हो चुकी है, जबकि कई लोग गंभीर रुप से घायल हैं. लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर एक टेंपों, ट्रक की चपेट में आ गया. जिससे दंपत्ति की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार परिवार टेंपों से हरियाणा से बिहार जा रहा था. आगरा में टेंपों की ट्रक से जोरदार भिड़ंत हो गई, जिसे पति पत्नी की मौत हो गई. उनका 5 साल का मासूम बच्चा भी है. बता दें कि अशोक (35 वर्षीय) हरियाणा के झज्जर में रहकर ऑटो चलाते थे, लॉकडाउन के कारण परिवार बिहार के दरभंगा जा रहा था।
उत्तर प्रदेश के औरैया में आज तड़के साढ़े तीन बजे ट्रकों की भिड़ंत में 24 मजदूरों की मौत हो गई है और 40 के आसपास लोग घायल हो गए हैं. इस पूरे एक्सीडेंट को लेकर जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक दिल्ली से आया एक ट्रक ढाबे पर खड़ा था. उसमें कुछ मजदूर चाय पीने के लिए नीचे उतर गए थे और कुछ बैठे थे. ये सभी उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों के रहने वाले थे. इसी बीच फरीदाबाद से आ रहा एक दूसरा ट्रक जिसमें 80 मजदूर थे, पीछे से दिल्ली वाले ट्रक पर टक्कर मारकर पलट गया. फरीदाबाद वाले ट्रक में बोरियां लदी थीं और इसमें झारखंड, बिहार, यूपी, पश्चिम बंगाल के प्रवासी मजदूर बैठे थे. इन्हीं बोरियों के नीचे कई मजदूर दब गए और जब तक इनको निकाला जाता इनमें से कइयों की जान चली गई. औरैया में हुए इस भीषण सड़क हादसे पर पीएम मोदी ने कहा, ‘सड़क दुर्घटना बेहद ही दुखद है।
उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश में भी प्रवासी मजदूर हादसों का शिकार होते दिखाई दे रहे हैं. मध्य प्रदेश के इस हादसे में 6 प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई है. जानकारी के अनुसार सागर कानपुर मार्ग के छानवीला थाना अंतर्गत निवार घाटी सेमरा पुल के पास मजदूरों से भरा एक ट्रक पलट गया है, इस दुर्घटना में 19 मजदूरों घायल हो गए हैं वहीं 5 की हुई मौत हो गई है. इसके अलावा कुछ घायल मजदूरों की स्थिति गम्भीर भी बताई जा रही है. घटना के बाद मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए हैं. स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को बंडा स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया है. ज्यादातर मजदूर महाराष्ट्र से मजदूर बस्ती की ओर जा रहे थे।