लोकराज डेस्क
भारत के साथ सैन्य झड़प को लेकर अमेरिका ने चीन पर बड़ा निशाना साधा है. अमेरिका ने शुक्रवार को आलोचना करते हुए कहा कि चीन सीमा पर भारत के साथ तनाव बढ़ा रहा है. साथ ही अमेरिका ने चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी को “दुष्ट यानी धूर्त” करार दिया है. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी नाटो जैसी संस्थाओं के जरिये बनाई गई स्वतंत्र दुनिया को फिर से पुराने रास्ते पर लाना चाहती है. साथ ही ऐसे नए नियम बना रहा है जो चीन की मदद करे।
पोम्पियो ने कहा, “पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने भारत के साथ सीमा विवाद को बढ़ाया है, जो कि दुनिया का सबसे बड़ी आबादी वाला लोकतंत्र हैं. चीन दक्षिण चीन सागर का सैन्यीकरण कर रहा है और गैरकानूनी तरह से और क्षेत्र पर अपना दावा कर रहा है. समुद्री नौवहन के लिए खतरा पैदा कर रहा है. पोंपियो ने इससे पहले गालवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ झड़प में भारतीय सैनिकों की शहादत पर दुख जताया था।
पोम्पियो ने ‘यूरोप और चीन की चुनौती’ विषय पर एक वर्चुअल संबोधन में कहा कि आशा के इस दौर में पिछले कई वर्षों से पश्चिमी देश यह मानते रहे हैं कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी बदल सकती है और चीनी लोगों के जीवन स्तर को लंबे समय तक के लिए सुधार सकती है।विदेश मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही कम्युनिस्ट पार्टी ने हमारी अच्छी राय का फायदा उठाया और दुनिया के सामने यह जताया है कि वह सहयोगी संबंध चाहता है. डेंग शियाओपिंग (पूर्व चीनी राजनेता) ने कहा था कि अपनी ताकत छिपाकर रखो और अपने समय का इंतजार करो. मैंने कई मौकों पर कहा है कि यह क्यों हुआ. यह बहुत जटिल कहानी है. यह किसी की गलती नहीं है. उन्होंने कहा कि पिछले कई दशकों से यूरोपीय और अमेरिकी कंपनियों ने चीन में बहुत ही आशावाद के साथ निवेश किया है।
पोम्पियो ने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने कोरोनोवायरस के बारे में भी झूठ बोला और कोरोना को पूरी दुनिया में फैलने दिया. इस मामले में छिपाने के लिए WHO पर दबाव डालकर अभियान चलाया. जिसकी वजह से लाखों लोग मारे गए और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा है।