प्रदीप शर्मा
लद्दाख के गलवान घाटी में 22 जून को हुई हिंसक में झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। वहीं भारतीय जवानों की जवाबी कार्रवाई में चीन के भी 40 जवान हताहत हो गए थे। इस हिंसा के बाद भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच कई दौर बातचीत हुई और अब दोनों देश सेना हटाने पर सहमत हो गए हैं। हालांकि गलवान घाटी की सैटलाइट से मिली ताजा तस्वीरें जमीनी हकीकत कुछ और बयां कर रही हैं। इससे ड्रैगन की मंशा को लेकर संदेह उठने लगा है।
ओपन सोर्स इंटेलिजेंस अनैलिस्ट Detresfa ने गलवान घाटी की ताजा सैटलाइट तस्वीरें जारी की हैं। इस तस्वीर में साफ नजर आ रहा है कि चीन गलवान में झड़प की जगह के पास ही बचाव के लिए बंकर बना रहा है। इस जगह पर चीन ने छोटी-छोटी दीवारें और खाई बनाई हैं। ताजा तस्वीरों से अब चीन की मंशा को लेकर कई सवाल उठने लगे हैं। माना जा रहा है कि चीन बातचीत की आड़ में अपनी सैन्य स्थिति को मजबूत कर रहा है।
Detresfa के मुताबिक चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी पैन्गॉन्ग सो झील इलाके में अभी भी डेरा जमा रखा है। यही नहीं इसकी मौजूदी छोटे-छोटे समूहों में बढ़ती जा रही है। पैन्गॉन्ग सो के 19 किमी दक्षिण में ज्यादा सपॉर्ट पोजिशन दिख रही है। बता दें कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच बातचीत के बाद पेइचिंग ने कहा है कि दोनों देश सीमा पर स्थिति को बातचीत और परामर्श के जरिए शांत करने के लिए कदम उठाने पर सहमत हुए हैं।
भारत और चीन लद्दाख में चल रहे तनाव में मंगलवार को कुछ कमी आती दिख रही है। कल हुई दोनों देशों के जनरल स्तर पर बातचीत के दौरान ड्रैगन पूर्वी लद्दाख के तनाव वाले इलाके से अपने सैनिकों को हटाने पर सहमत हो गया है। सूत्रों ने बताया कि वार्ता में पूर्वी लद्दाख से सैनिकों के हटाने के लिए तौर-तरीकों को अंतिम रूप देने पर ध्यान केंद्रित किया गया। बातचीत के दौरान भारत की ओर से साफ कह दिया गया है कि LAC में जैसी स्थिति 5 मई के पहले थी वैसे ही होनी चाहिए। यानी कि भारत की ओर से साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि चीन अपनी सीमा पर वापस लौटे।
वही सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे बुधवार को अपने लद्दाख दौरे के दूसरे दिन फॉरवर्ड एरिया (भारत-चीन LAC) का दौरा करेंगे. सेना प्रमुख लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर जमीनी हालात का जायजा लेंगे. साथ ही वहां के लोकल कमांडरों से मुलाकात करेंगे. वो यहां साथी जवानों की हौसला अफजाई करेंगे. मंगलवार को भी सेना प्रमुख ने यहां बैठक की थी. साथ ही गलवान घाटी में हुए हिंसक झड़प में घायल जवानों से मिले भी थे।