इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली में हुए दंगों के दौरान एक युवक की गोली मारकर हत्या करने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है। वारदात के समय पहचान छिपाने के लिए इस अभियुक्त ने हेलमेट पहना हुआ था। लेकिन अपराध शाखा ने 6 महीने की तफ्तीश के बाद अभियुक्त मुस्तकीम उर्फ समीर सैफी को खोज लिया। अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त प्रवीर रंजन ने बताया कि कई महीनों की मेहनत के बाद पुलिस गोली मारने वाले शख्स की पहचान कर उसे गिरफ्तार करने में सफल हो पाई।
दंगे में गोली से हत्या-
उत्तर पूर्वी दिल्ली में इस साल हुए दंगों में 24 फरवरी को राजधानी पब्लिक स्कूल, शिव विहार तिराहे के पास मुस्तफाबाद मे राहुल सोलंकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
दंगे, आगजनी मेंं सात गिरफ्तार-
दंगा, आगजनी और हत्या का मामला दयाल पुर थाने में दर्ज किया गया। दंगों के मामले की जांच के लिए गठित अपराध शाखा के विशेष जांच दल ने इस मामले में सात अभियुक्तों आरिफ,अनीस,सिराजुद्दीन, सलमान, सोनू, सैफी और इरशाद को गिरफ्तार कर चुका हैं। इनके खिलाफ अदालत में आरोप पत्र भी दाखिल किया जा चुका है।
हत्यारे की तलाश-
इस मामले में गोली मार कर हत्या करने वाले शख्स की तलाश की जा रही थी। पुलिस को जांच के दौरान घटना का एक वीडियो मिला। उसमें गोली चलाने वाले युवक को उसके कपडों, हुलिए और कदकाठी के आधार पर चश्मदीदों ने पहचान कर बताया कि उसने ही राहुल को गोली मारी है। पुलिस ने उस हुलिए और कदकाठी से मिलते जुलते सैकड़ों लोगों से पूछताछ की। इसके अलावा उन सब लोगों की उस दिन उस वक्त घटनास्थल पर मौजूदगी के बारे में पता लगाने के लिए तकनीक का सहारा भी लिया गया। लेकिन पुलिस को सफलता नहीं मिली।
पुलिस टीम-
अपराध शाखा के वरिष्ठ अफसरों की देखरेख मेंं एसीपी संदीप लांबा, इंस्पेक्टर विवेकानंद झा,सब इंस्पेक्टर लोकेन्द्र सिंह, संजय गुप्ता, एएसआई धर्मेंद्र, रवीन्द्र, हवलदार विनोद, सिपाही पवन,योगेश,प्रवीण और मिंटू की टीम 6 महीने से इस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई थी।
एक लाख ईनाम का ऐलान-
पुलिस ने हत्यारे के बारे में पहचान/ सूचना/ सुराग देने वाले को एक लाख रुपए इनाम देने का ऐलान किया।
तीन सितंबर को मुस्तफाबाद के मुखबिर/ सूत्र ने पुलिस को सूचना दी कि समीर सैफी का हुलिया, कदकाठी आदि वीडियो में दिखाई दे रहे गोली चलाने वाले शख्स से बिल्कुल मिलता जुलता हैं। वह हत्यारा हो सकता हैं।
आखिर पकड़ा गया गोली मारने वाला-
अपराध शाखा की विशेष जांच टीम ने इस सूचना के आधार पर भजन पुरा इलाके में मजार से समीर सैफी को गिरफ्तार कर लिया। वीडियो में मौजूद गोली चलाने वाले युवक और समीर सैफी का हुलिया, कदकाठी आदि का बिल्कुल मिलान हो गया। समीर सैफी का असली नाम मुस्तकीम( 25) हैं वह पुराना मुस्तफाबाद इलाके का निवासी हैं। पुलिस के अनुसार समीर ने शुरू में मना किया लेकिन कडाई से पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
तमंचा बरामद-
मुस्तकीम की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किया गया देसी तमंचा और पांच कारतूस बरामद किए गए। इसके अलावा गोली चलाते समय पहचान छिपाने के लिए पहना गया हेलमेट भी बरामद कर लिया गया। वारदात के समय मुस्तकीम के पास मौजूद मोबाइल फोन और उस वक्त पहनी जींस पैंट और जूते भी बरामद किए गए है। पुलिस के अनुसार दसवीं तक पढा मुस्तकीम पढाई छोड़ कर बढई का काम करने लगा। सीएए/ एनआरसी के खिलाफ फरुखा मस्जिद के पास आयोजित प्रदर्शन में भी मुस्तकीम शामिल हुआ था।