प्रदीप शर्मा
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सत्ताधारी पार्टी बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. योगी सरकार के श्रममंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफे के बाद मौर्य समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. उन्होंने सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मुलाकात भी की. अखिलेश ने मुलाकात की तस्वीर शेयर की है. सपा सुप्रीमो ने मौर्य का स्वागत करते हुए कहा कि “सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा. बाइस में बदलाव होगा.” तिलहर से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा भी मौर्य के साथ समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे हैं, और इनके अलावा बांदा की तिंदवारी सीट से BJP विधायक ब्रजेश प्रजापति तथा बिल्हौर से BJP MLA भगवती सागर ने भी इस्तीफा दे दिया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को लिखे पत्र में कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है, किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं.”
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने मौर्य को स्वागत करते हुए ट्वीट में कहा, “सामाजिक न्याय और समता-समानता की लड़ाई लड़ने वाले लोकप्रिय नेता स्वामी प्रसाद मौर्य एवं उनके साथ आने वाले अन्य सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों का सपा में ससम्मान हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन! सामाजिक न्याय का इंक़लाब होगा ~ बाइस में बदलाव होगा.”
2017 के विधानसभा चुनाव से पहले स्वामी प्रसाद मौर्य 2016 में मायावती की पार्टी बसपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे. मौर्य को बीएसपी सुप्रीमो मायावती के करीबी नेताओं में गिना जाता था. स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी संघमित्रा मौर्य बंदायू से बीजेपी की सांसद हैं. मौर्य ओबीसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. स्वामी प्रसाद मौर्य कई बार विधायक रह चुके हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफ़ा लेकर बीजेपी के तिलहर से विधायक रोशन लाल वर्मा राजभवन पहुंचे. तीन बार के विधायक रोशन लाल वर्मा ने बताया कि वो भी स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ सपा में जाएंगे. बीजेपी विधायक का सपा में जाना पार्टी के लिए दूसरा झटका है।