लोकराज डेस्क/एजेंसी
रूस और नाटो फोर्सेस के बीच तनाव बहुत ज्यादा बढ़ गया है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने नागरिकों को तुरंत यूक्रेन छोड़ने के लिए कहा है। NBC न्यूज से बात करते हुए बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और रूस की सेना के बीच कभी भी सीधी लड़ाई शुरू हो सकती है।
बाइडेन ने कहा- हम दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक के साथ तकरार की स्थिति में हैं। यह बहुत ही अलग स्थिति है, जल्द ही चीजें और बिगड़ सकती हैं। अमेरिकी नागरिकों को जल्द यूक्रेन से बाहर निकल जाना चाहिए। यूक्रेन में सेना भेजने के सवाल पर अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, वहां पर सेना भेजने का अर्थ है कि विश्व युद्ध की शुरुआत।
गुरुवार को ही यूएस विदेश विभाग के एक सलाहकार ने चेतावनी जारी की है, ‘अगर रूस यूक्रेन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करता है तब अमेरिका अपने नागरिकों को निकालने की स्थिति में नहीं होगा। वहीं, अमेरिकी थिंक टैंक यह चेतावनी भी जारी कर चुका है कि रूसी सेना फुल स्केल युद्ध शुरू करती है तो उसके टैंक सिर्फ 48 घंटे में यूक्रेन की राजधानी कीव में दाखिल हो जाएंगे।
युद्ध के संभावित खतरे के बीच रूस ने भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। रूस ने गुरुवार को बेलारूस की सेना के साथ युद्धाभ्यास शुरू किया। हाल के सालों में ये सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास है। इसमें टैंक, लड़ाकू विमान और एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम के साथ हजारों सैनिक भाग ले रहे हैं। बेलारूस में यह अभ्यास 20 फरवरी तक चलेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक 30 हजार से अधिक रूसी सैनिक भाग लेंगे।
युद्ध के बढ़ते खतरे के बीच अमेरिका ने बीती रात यूक्रेन को हथियारों की दूसरी खेप भेज दी है। इससे पहले भी अमेरिका की तरफ से 200 मिलियन डॉलर के सुरक्षा सहायता यूक्रेन भेजी गई थी। पूर्वी यूरोप में तनाव मद्देनजर अमेरिका 8500 सैनिक हाई अलर्ट पर भी हैं।
रूस के संभावित हमले से मुकाबले के लिए ब्रिटेन ने यूक्रेन को बड़ी संख्या में अत्याधुनिक एंटी टैंक मिसाइलें और एंग्लो-स्वीडिश एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलें सौंपी हैं। माना जा रहा है कि रूस की ओर से यूक्रेन की सीमा पर सबसे पहले टैंकों से हमले की आशंका है।