प्रदीप शर्मा
भारत निर्वाचन आयोग आज नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा की विधानसभाओं के लिए चुनावों की घोषणा हो गई है. त्रिपुरा में 16 फरवरी को चुनाव होगा, मेघालय और नागालैंड में में 27 फरवरी को चुनाव होगा और मतगणना 2 मार्च को होगी. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, “हाल ही में नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा राज्यों का चुनाव आयोग के अधिकारियों ने दौरा किया था. इस दौरान वहां के प्रशासनिक अधिकारियों से मुलाकात की और वहां से सुझाव लिए गए. कुछ ही राज्य ऐसे हैं, जहां चुनाव के बाद और पहले हिंसा की घटनाएं देखने को मिलती हैं. हाल ही में दो राज्यों में चुनाव हुए हैं, वहां ऐसी कोई हिंसा चुनाव के दौरान नहीं हुई है. बता दें कि फरवरी में इन तीनों राज्यों में चुनाव होने हैं. पिछले दिनों चुनाव आयोग की टीम ने नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा का दौरा किया. बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने इस दौरान केंद्रीय सुरक्षाबल से भी संपर्क किया है. इन तीनों राज्यों की स्थिति का परखने के बाद अब चुनाव आयोग चुनाव की तारीखों का ऐलान करने जा रही है।
नागालैंड, मेघालय यात्रा की विधानसभाओं का कार्यकाल क्रमशः 12 मार्च, 15 मार्च और 22 मार्च को समाप्त हो रहा है. 97,000 मतदाता 80 वर्ष से अधिक आयु के हैं, 2,600 मतदाता 100 वर्ष से अधिक आयु के हैं। सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि इन राज्यों में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से ज़्यादा रही है. महिला वोटरों की संख्या भी ज़्यादा है. हम 11 से 14 जनवरी तक तीनों राज्यों के दौरे पर थे.
हमने उन लोगों के लिए एडवांस नोटिस का प्रावधान बनाया है, जो 17 के हो गए हैं, लेकिन 18 साल के नहीं हुए हैं, ताकि 18 साल का होते ही उन्हें वोटर कार्ड मिल जाए और उनका नाम जुड़ जाए।
इन तीनों राज्यों में ऐसे 10 हज़ार लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. तीनों राज्यों में 9000 से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे. इनमें 376 ऐसे होंगे जो पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित होंगे.
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि इस बार 2.28 लाख नए वोटर जुड़े हैं और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। सीईसी ने कहा कि इस बार 2.28 लाख नए वोटर जुड़े हैं और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। त्रिपुरा में कुल सीटें 60 हैं और बहुमत का आंकड़ा 31 है. मेघालय में कुल सीटें 60 हैं और बहुमत का आंकड़ा 31 है. नागालैंड में कुल सीटें 60 और बहुमत का आंकड़ा 31 है।
सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि हाल ही में चुनावी राज्यों का दौरा किया और वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की. तीन पूर्वोत्तर राज्यों- नागालैंड, मेघालय, त्रिपुरा ने मतदान में उच्च महिला भागीदारी का उदाहरण पेश किया है. राजीव कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. हमें उम्मीद है कि इन चुनाव में भी हिंसा देखने को नहीं मिलेगी।
नागालैंड, मेघालय और त्रिपुरा विधानसभा का कार्यकाल क्रमश: 12 मार्च, 22 मार्च और 15 मार्च को पूरा हो रहा है. अब इससे पहले इन राज्यों में नई सरकार का गठन करना है. इधर, स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय पार्टियों ने भी इन राज्यों में चुनावों के लिए कमर कस ली है।
इस वर्ष इन तीन राज्यों के साथ-साथ कुल नौ राज्यों में विधानसभाओं के चुनाव होने वाले हैं. इनमें कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम शामिल हैं. नागालैंड में कोई विपक्ष नहीं है, वहां सर्वदलीय सरकार है. वहीं, त्रिपुरा में भाजपा की सरकार है, जबकि मेघालय में भी गठबंधन के जरिए बीजेपी ही सरकार में है।
इस साल नौ राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को अगले वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में सभी पार्टियों ने इन चुनावों के लिए कमर कस ली है. भाजपा की कार्यकारिणी की बैठक में भी चुनावों की रणनीति पर बात हुई. त्रिपुरा और मेघालय में 2-2, जबकि नागालैंड में लोकसभा की एक सीट है।