लोकराज डेस्क
पंजाब के अमृतसर में शुक्रवार को रावण दहन के समय हुए ट्रेन हादसे में 61 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी और करीब 100 से ज्यादा लोग घायल हुए. इस जख्म का भरना इतना आसान नहीं है, लेकिन सूबे के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मृतकों के परिजनों की बेहतर मदद की खातिर अमृतसर जिला कमिश्नर और पुलिस आयुक्त को निर्देश दिया है कि वो हादसे में जान गंवाने वाले हर व्यक्ति की सामाजिक और आर्थिक स्थिति की विस्तृत प्रोफाइल तैयार करे।
याद रहे कि हादसे के करीब 16 घंटे बाद शनिवार को सीएम ने घायलों और पीड़ित परिवारों की स्थिति का जायजा लिया था. पीड़ितों की मदद के लिए उन्होंने मुआवजे के तौर पर तत्काल 3 करोड़ रुपये की राशि भी जारी करने का आदेश दिया. इसी क्रम में आज मुख्यमंत्री ने जान गंवाने वाले हर व्यक्ति की सामाजिक और आर्थिक स्थिति की विस्तृत प्रोफाइल तैयार करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं और कहा है कि इसकी रिपोर्ट चार हफ्ते के अंदर आ जाएगी. कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हादसे के तुरंत बाद कहा था कि वो अगले दिन घटना स्थल पर जाएंगे. उनके इस बयान की खूब आलोचना की गई. शनिवार को उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वो इजरायल दौरे पर जाने वाले थे जिस वजह से वो हादसे के वक्त नहीं पहुंच सके. उन्होंने कहा कि जब उन्हें हादसे के बारे में पता चला तो वो एयरपोर्ट पर थे।
और उधर रावण दहन का कार्यक्रम आयोजित करने वाले सौरभ मदान मिट्ठू का एक वीडियो सामने आया है. ये वीडियो हादसे के ठीक बाद का है, जब वो अपने घर से भागता दिख रहा है. वीडियो में सौरभ मदान अपने घर के सामने खड़ा है. वो काफी परेशान दिख रहा है. तभी एक बड़ी कार सामने आती है।
सौरभ मदान हड़बड़ी में कार में घुसता है. तुरंत ही कार आगे बढ़ जाती है. वीडियो में एक शख्स और है जो मदान के साथ फोन पर किसी से बात करता दिख रहा है. वीडियो में सौरभ मदान तो कार में सवार होकर चला जाता है, लेकिन ये व्यक्ति वहीं पर रह जाता है।
बता दें कि रावण दहन का आयोजन करने वाला कांग्रेस नेता सौरभ मदान मिट्टू हादसे के बाद से फरार है. सौरभ मदान मिट्ठू दशहरा कमेटी ईस्ट का मुख्य प्रबंधक और वार्ड नंबर 29 की पार्षद विजय मदान का पति है।
पुलिस के मुताबिक इस हादसे से गुस्साये कुछ लोगों ने 20 अक्टूबर को उनके घर पर हमला कर दिया था. यहां पर कुछ लोगों ने पत्थरबाजी की थी और उनके घरों की खिड़कियों के शीशे तोड़ दिये थे. इस घटना के बाद मदान परिवार गायब है. उन्होंने अपना फोन स्विच ऑफ कर लिया है. जिला प्रशासन ने उनके घर के सामने पुलिस तैनात कर दिया है।