प्रदीप शर्मा
राफेल डील पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर करारा वार किया है। उन्होंने कहा कि दसॉल्ट ने अनिल अंबानी की कंपनी में 284 करोड़ रुपये का निवेश किया और अनिल अंबानी ने उन्हीं पैसों से जमीन खरीदी। राहुल ने कहा कि दसॉल्ट के सीईओ झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने घाटे में चल रही कंपनी में 284 करोड़ रुपये का निवेश क्यों किया? वह केवल एक व्यक्ति को बचा रहे हैं जो देश चला रहा है। उन्होंने कहा कि सीबीआई प्रमुख को भी इसलिए हटाया गया, क्योंकि वो राफेल की जांच शुरू करने वाले थे।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राफेल पर आज कुछ भी छुपा नहीं है, सब तथ्य पब्लिक डोमेन में हैं। हिंदुस्तान की जनता के पैसे से राफेल खरीदा जा रहा है, लेकिन सरकार जनता को उसी का दाम नहीं बता रही। राहुल ने पीएम मोदी पर भी हमला बोलते हुए कहा कि मोदी ने व्यक्तिगत तौर पर यह सौदा कराया, मनोहर परिकर तो दूसरे नंबर पर थे। उन्होंने कहा कि ये मेरी गारंटी है कि अगर राफेल घोटाले की जांच होती है तो मोदी को कोई बचा नहीं सकता। ये सौदा सीधे तौर पर मोदी और दसॉल्ट कंपनी के बीच हुआ है।
राहुल ने कहा, ‘मोदी ने यह अनुबंध साइन करने से पहले सीसीएस की मीटिंग भी नहीं कराई। उन्होंने सभी शर्तें तोड़ी हैं। विपक्ष एकजुट है, वह जेपीसी के गठन के लिए तैयार हैं, लेकिन मुझे भरोसा नहीं है कि मोदी जी जेपीसी का गठन कराएंगे, क्योंकि वो डरते हैं। मोदी जी को रात को नींद नहीं आ रही है। उन्हें डर है कि कभी न कभी पकड़े जाएंगे।’
उन्होंने कहा कि अब तो सुप्रीम कोर्ट ने भी राफेल डील के दाम की जानकारी मांगी है, लेकिन सरकार ने कहा है कि वह ये जानकारी नहीं दे सकते हैं। जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति ने मुझे बताया था कि सीक्रेट प्रैक्ट में दाम छुपाने की बात है ही नहीं और ये हो भी नहीं सकता है। उन्होंने कहा कि फ्रांस को भी पता है कि इस डील में भ्रष्टाचार हुआ है। राहुल गांधी ने कहा कि इस डील में मनोहर पर्रिकर की कोई गलती नहीं है, उन्होंने कहा कि पर्रिकर ने भी देश को बताया दिया कि फैसला मेरा नहीं बॉस का है।