लोकराज डेस्क
शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत में उसके खिलाफ कर्ज धोखाधड़ी के मामलों में ब्रिटेन से प्रत्यर्पित किए जाने के मामले में फैसला आ गया है। लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने माल्या के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है। विजय माल्या के भारत में प्रत्यर्पण का मामला राज्य सचिव को भेजा गया है। सीबीआई ने इस फैसले का स्वागत किया है।
माल्या के भारत प्रत्यर्पण मामले में ब्रिटिश अदालत से मंजूरी मिलने के बाद सीबीआई काफी उत्साहित है। सीबीआई के प्रवक्ता ने इस पर कहा कि हम माल्या को जल्द भारत लाने की और मामले को निष्कर्ष तक पहुंचाने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने इस केस पर काफी मेहनत की है। हम तथ्य व कानून दोनों पक्षों में मजबूत हैं, इसीलिए प्रत्यर्पण प्रक्रिया का पालन करते समय हम विश्वस्त थे।
शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत में उसके खिलाफ कर्ज धोखाधड़ी के मामलों में ब्रिटेन से प्रत्यर्पित किये जाने की स्थिति में मुंबई की आर्थर रोड जेल के अधिकारियों ने उसके लिए एक उच्च सुरक्षा वाली बैरक तैयार रखी है। करीब 9000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और धनशोधन के आरोपों के चलते भारत में वांछित माल्या को सोमवार को लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां उसकी प्रत्यर्पण संबंधी सुनवाई पर फैसला दिया गया।
वहीं, लंदन में विजय माल्या ने बैंकों को कर्ज वापस करने के बारे में कहा कि जैसा कि स्पष्ट है मामला कर्नाटक हाईकोर्ट के पास जा रहा है। इसलिए हाईकोर्ट को ही फैसला लेने दें।
किंगफिशर एयरलाइन्स का पूर्व कर्ताधर्ता 62 वर्षीय माल्या पिछले साल अप्रैल में एक प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तारी के बाद से जमानत पर है। जेल के एक अधिकारी ने कहा कि अगर माल्या को प्रत्यर्पित किया जाता है तो उसे जेल परिसर के अंदर दो-मंजिला इमारत में स्थित एक उच्च सुरक्षा वाली बैरक में रखा जाएगा। जेल के इसी हिस्से में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के दोषी अजमल कसाब को रखा गया था।
उन्होंने कहा कि मध्य मुंबई स्थित जेल में उच्च सुरक्षा वाली एक बैरक को तैयार किया गया है। अधिकारी ने कहा, ‘‘हम माल्या को यहां अपने सुधार केंद्र में सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अगर माल्या को यहां लाया जाता है तो हम उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।’’ उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय आपात स्थिति में माल्या को बैरक से लगे चिकित्सा केंद्र में इलाज के लिए ले जाया जा सकता है जहां कैदियों के प्राथमिक उपचार के लिए डॉक्टर और अन्य कर्मचारी होते हैं। अधिकारी के अनुसार, उच्च सुरक्षा वाली बैरक अन्य कोठरियों से अलग हैं। इनमें लगातार सीसीटीवी की निगरानी होती है और अत्याधुनिक हथियारों के साथ सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि मुंबई की आर्थर रोड जेल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कारावासों में से एक है। अधिकारी का यह बयान तब आया था जब ब्रिटेन ने भारतीय अधिकारियों से आर्थर रोड जेल का एक वीडियो भेजने को कहा था जहां माल्या को प्रत्यर्पण के बाद रखने की योजना है।