प्रदीप शर्मा
अभी तक तो कांग्रेस और राहुल गांधी ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर होते हुए कहते थे कि ‘चौकीदार चोर है’ लेकिन अब बीजेपी की सहयोगी शिवसेना भी राहुल गांधी की जबान बोल रही है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी कह दिया है कि राफेल डील में घोटाला हुआ है. बीजेपी की सहयोगी पार्टी होने के बावजूद उद्धव ठाकरे का ये बयान बीजेपी के लिए झटके से कम नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने आज कहा कि ऐसी कंपनी जिसे कोई अनुभव नहीं था उसे राफेल डील का कॉन्ट्रेक्ट दे दिया है. हमारे देश के सिपाहियों का वेतन बढ़ने का हक है जिसे सरकार दे नहीं रही हैं लेकिन आप हथियार और गोला-बारूद खरीदने में घोटाला कर रहे हैं. जेडीयू के नीतीश कुमार और एलजेपी के रामविलास पासवान को हिन्दुत्व और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण पर अपना रूख घोषित करना चाहिए।
इसके अलावा उद्धव ठाकरे ने कहा कि 30 साल हो गए हैं और राम मंदिर का मुद्दा अभी तक अदालत में है. हिंदू भोले हैं लेकिन मूर्ख नहीं हैं. संसद में राम मंदिर को लेकर चर्चा हो जानी चाहिए और इसके बाद साफ हो जाएगा कि इस मुद्दे पर कौन एनडीए के साथ और कौन नहीं है. अब समय आ गया है कि राम मंदिर पर अपना स्टैंड बताया जाना चाहिए।
वहीं चुनाव परिणामों पर बोलते हुए उद्धव ने कहा कि मिजोरम और तेलंगाना के चुनाव परिणामों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि मतदाताओं ने राष्ट्रीय पार्टियों के बजाय मजबूत क्षेत्रीय दलों को चुना है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज ये भी कहा कि अयोध्या के बाद, मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी जा सकता हूं।
पिछले काफी समय से उद्धव ठाकरे सहयोगी बीजेपी पर अलग-अलग मामलों को लेकर विरोधी बयान देते आ रहे हैं. हाल ही में राम मंदिर के मुद्दे पर भी उद्धव ने बीजेपी को घेरा था और पूछा था कि राम मंदिर कब बनेगा. अय़ोध्या में शिवसेना ने धर्म सभा का भी आयोजन किया था और उद्धव ठाकरे ने कहा था कि क्या राम मंदिर चुनावी मुद्दा था।
पिछले काफी समय से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और विपक्ष की कई पार्टियां पीएम मोदी पर राफेल डील को लेकर हमलावर हैं और इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में विभिन्न पक्षों द्वारा याचिका भी डाली गईं. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच करवाने से इंकार कर दिया और इसके बाद बीजेपी ने भी राहुल गांधी से मांग की कि वो प्रधानमंत्री और देश से माफी मांगे।
हालांकि जिस दिन सुप्रीम कोर्ट ने मामले की जांच करवाने से इंकार कर दिया उसी दिन राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर फिर हमला बोला और दोहराया कि ‘चौकीदार चोर है’ और पीएम मोदी ने अपने दोस्त अनिल अंबानी की जेब में पैसा डाल दिया।