प्रदीप शर्मा
जम्मू-कश्मीर में हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती, धारा 144 के बीच सोमवार को शांति के साथ ईद की नमाज़ अदा की गई. श्रीनगर, पुलवामा, अनंतनाग, बारामूला समेत घाटी के अन्य शहरों में हजारों की संख्या में स्थानीय लोगों ने ईद मनाई. इस दौरान धारा 144 में कुछ ढील दी गई थी, जो कि नमाज़ पढ़े जाने के बाद हटा दी गई. जम्मू-कश्मीर पुलिस और गृह मंत्रालय की तरफ से ईद को लेकर बयान भी जारी किया गया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने अपने बयान में कहा कि आज घाटी में अलग-अलग स्थानों पर बिना किसी हिंसा के शांति के साथ ईद की नमाज़ अदा की गई. रविवार को पुलिस और प्रशासन की तरफ से स्थानीय लोगों के साथ मिलकर ईद की तैयारियों का जायजा लिया गया था।
पुलिस के अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रवक्ता की तरफ से भी घाटी में ईद की जानकारी दी गई. गृह मंत्रालय के मुताबिक, अनंतनाग, बारामूला, बडगाम, बांदीपोरा समेत कई अन्य शहरों में बिना किसी हिंसा के नमाज़ अदा की गई. अकेले बारामूला की जामिया मस्जिद में 10 हजार से अधिक लोगों ने नमाज पढ़ी।
5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को कमजोर करने और इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला लिया था. तभी से पूरी घाटी में धारा 144 लागू है और अधिक संख्या में एक साथ बाहर घूमने पर रोक लगाई गई थी. काफी दिनों से घाटी के बाजार बंद थे, मोबाइल फोन, इंटरनेट, टीवी-केबिल की सुविधा भी नहीं मिल पा रही थी।
हालांकि, ईद को देखते हुए धारा 144 में ढील दी गई, बाजार खोले गए, बैंक भी खोले गए. पिछले दो दिनों से घाटी के चप्पे-चप्पे पर हलचल दिखाई दी. बाजार में भी रौनक दिखाई दी थी. हालांकि, अभी भी घाटी में किसी तरह की कोई छूट नहीं दी गई है और ना ही फोन सर्विस को चालू किया गया है. ईद के दिन घाटी से कई तस्वीरें ऐसी भी सामने आईं जहां सुरक्षाबलों ने मस्जिदों में लोगों को मिठाई खिलाई।