ग्रेटर नोएडा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पुलवामा हमले के बाद भारत ने आतंकवादियों को उनके घर में मार गिराया। उन्होंने पूर्ववर्ती कांग्रेस की अगुआई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार पर 2008 में मुंबई में हुए 26/11 हमले के बाद पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का साहस नहीं होने का आरोप लगाया।
यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद उनकी सरकार ने जो किया, वो दशकों से नहीं हुआ था।
उन्होंने कहा, हमने आतंकवादियों को उनके घरों में मार गिराया। आतंकवादियों और उनके आकाओं को ऐसी प्रतिक्रिया की उम्मीद नहीं थी। हवाई हमला रात 3.30 बजे हुआ और पाकिस्तान की नींद उड़ गई। उन्होंने सुबह पांच बजे ट्वीट किया और कहने लगे कि मोदी ने हम पर हमला किया है।
साल 2016 में उरी पर हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक को याद करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवादी यह सोचा करते थे कि भारत कुछ नहीं करेगा, लेकिन उनकी सरकार ने उन्हें पाठ पढ़ा दिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत की निष्क्रियता वाली अवधारणा 2014 से पहले वाली सरकारों के कारण बनी थी।
उन्होंने कहा कि मुंबई में हुए आतंकी हमले के बाद पूरी दुनिया भारत के साथ थी इसलिए भारत को कार्रवाई करने की जरूरत थी।
उन्होंने सवाल किया, लेकिन इसके लिए साहस की जरूरत है। हमले में पाकिस्तान के आतंकवादियों की संलिप्तता के सबूत थे। लेकिन भारत ने क्या किया?
मोदी ने कहा कि सेनाएं कार्रवाई के लिए तैयार थीं लेकिन दिल्ली शांत थी। उन्होंने कहा कि सेना के हाथ बांध कर आतंकवाद से नहीं लड़ा जा सकता।
मुंबई हमले के बाद हुए आतंकवादी हमलों का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि इनका संबंध भी पाकिस्तान से था लेकिन रिमोट-कंट्रोल सरकार निष्क्रिय थी।
उन्होंने कहा, तत्कालीन सरकार ने क्या किया? उन्होंने नीतियां नहीं बदलीं, सिर्फ गृह मंत्री बदले। अगर वे साहस दिखाते और आतंकवादियों को उनकी भाषा में जवाब देते तो आतंकवाद (देश के लिए) इतनी बड़ी समस्या ना बनती।
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