अलीगढ़ : उत्तर प्रदेश सरकार ने यहां ढाई साल की एक बच्ची की हत्या के दो आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत मामला दर्ज कर मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में स्थानांतरित करवाने का फैसला लिया है।
सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह निर्णय योगी आदित्यनाथ की सरकार द्वारा लिया गया है। लड़की की हत्या के आरोप में दो व्यक्तियों- जाहिद और असलम को गिरफ्तार किया गया है। जाहिद ने कथित रूप से लड़की को मार डाला, जबकि अन्य आरोपियों ने अपराध करने में उसकी मदद की।
आरोपियों ने बच्ची की गला दबाकर हत्या कर की और उसकी आंखें भी फोड़ दीं। आरोपियों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उनका कहना है कि लड़की के पिता ने जाहिद से 10 हजार रुपये लिए थे, लेकिन रुपये नहीं लौटाए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अलीगढ़ आकाश कुलहरि ने कहा, हम इसे राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के मामले के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं, हम इसे एक फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने की कोशिश करेंगे। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म या एसिड हमले का जिक्र नहीं है। इस मामले में पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
एसएसपी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम करने के लिए डॉक्टरों की एक टीम गठित की गई थी। उन्होंने दुष्कर्म की खबरों का खंडन किया।
लड़की लापता हो गई थी और परिवार ने 31 मई को अपहरण का मामला दर्ज करवाया था। बच्ची का क्षत-विक्षत शव 2 जून को कचरे के ढेर में मिला था।