बठिंडा : अपनी सैन्य पृष्ठभूमि और 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को याद करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह बुधवार को सेना के एक पूर्व सैनिक से मिलकर पुरानी यादों में खो गए।
मुख्यमंत्री ने कैप्टन (सेवानिवृत्त) माल सिंह से मुलाकात की, जिन्होंने 1965 के युद्ध में चार्ली कंपनी के हिस्से के तौर पर आधा दर्जन गोलियों को अपने शरीर पर झेला था।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डेल्टा की तरफ से लड़ाई लड़ी थी। दोनों की मुलाकात पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा बठिंडा में आयोजित चुनाव संबंधित संवाद से इतर हुई।
संवाद के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि अकालियों ने राज्य में न सिर्फ अपनी पार्टी का शोषण किया है, बल्कि लोगों द्वारा 2017 में सत्ता से उखाड़ फेंके जाने से पहले तक अपने निजी हितों को पूरा करने के 10 साल तक लोगों की धार्मिक भावनाओं का भी शोषण किया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी व भाजपा की भी लोकसभा चुनावों में ऐसी ही नियति होगी क्योंकि भारत के लोग उनके विभाजनकारी कृत्यों को माफ नहीं करेंगे।