चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपनी सरकार की प्रमुख योजनाओं को पूरा करने के लिए छह माह की समयसीमा तय करते हुए, गुरुवार को अपने कैबिनेट सहयोगियों को योजनाओं के निष्पादन में तेजी लाने का निर्देश दिया।
स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पिछले माह हुए चुनाव के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में शामिल नहीं हुए। सिद्धू और मुख्यमंत्री के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।
अमरिंदर ने इस बात पर संतुष्टि जताई कि मोदी लहर के बावजूद कांग्रेस ने राज्य में नेशनल ट्रेंड को रोक दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब ही एक ऐसा राज्य था जहां कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और गठबंधन के उसके साथी से सीधे मुकाबले में थी।
उन्होंने हालांकि कहा कि इस जीत के बावजूद हमारे पास आराम करने का समय नहीं है और लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने व 2022 विधानसभा चुनाव की तैयारी करने के लिए हमें और कठोर परिश्रम करना होगा।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि कृषि ऋण माफी, घर-घर रोजगार और स्वास्थ्य बीमा जैसी योजनाओं को लागू करने में देरी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।