संयुक्त राष्ट्र : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद अमेरिका और रूस द्वारा प्रायोजित वेनेजुएला पर दो प्रतिस्पर्धी मसौदा प्रस्तावों को अपनाने में विफल रहा।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, गुरुवार को 15 सदस्यीय परिषद में अमेरिका के मसौदे के पक्ष में नौ मत और विपक्ष में तीन मत पड़े और तीन ने मतदान करने से परहेज किया। रूस और चीन के साथ-साथ दक्षिण अफ्रीका ने भी प्रस्ताव पर वीटो कर दिया।
मिनटों बाद, सुरक्षा परिषद ने रूसी मसौदे पर मतदान कराया, जिसमें चार वोट पक्ष में, सात विपक्ष में पड़े और चार ने मत नहीं डाला।
अमेरिका के मसौदे में वेनेजुएला में मानवीय स्थिति को और अधिक बिगड़ने से रोकने और मानवीय सिद्धांतों के अनुसार वेनेजुएला के सभी क्षेत्रों में बिना किसी बाधा के सहायता के पहुंचने और सहायता प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
वहीं, रूसी मसौदा में इसके विपरीत यह मांग की गई कि अंतर्राष्ट्रीय सहायता वेनेजुएला सरकार की सहमति और अपील के आधार पर प्रदान की जानी चाहिए। इसमें शांतिपूर्ण साधनों के माध्यम से वर्तमान स्थिति के समाधान का भी आग्रह किया गया और वेनेजुएला में राजनीतिक समाधान तक पहुंचने के उद्देश्य से सभी पहलों का समर्थन किया गया।
लैटिन अमेरिकी देश राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। ऐसे में वेनेजुएला को लेकर सुरक्षा परिषद की गुरुवार की बैठक महज एक महीने के अंदर तीसरी बैठक है।
संयुक्त राष्ट्र में चीन के उपस्थायी प्रतिनिधि वु हाइताओ ने कहा कि चीन वेनेजुएला के आंतरिक मामलों में बाहरी ताकतों और सैन्य बलों के हस्तक्षेप का विरोध करता है।
वेनेजुएला में उस समय से राजनीतिक संकट बढ़ गया जब 23 जनवरी को नेशनल असेंबली के अध्यक्ष जुआन ग्वाइदो ने खुद को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित कर दिया और अमेरिकी और कुछ देशों ने उन्हें मान्यता दे दी।