सैन फ्रांसिस्को: केलिफरेनिया की एक लॉ फर्म ने एप्पल के खिलाफ एक नया क्लास एक्शन मुकदमा दर्ज किया है, जिसमें एप्पल पर आईओएस डिवाइस के मालिकों को उनके आईफोन को साल 2016 में अपडेट कर नई जरूरतों के हिसाब से नया चार्जर खरीदने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया गया है।
यह मुकदमा तब दायर किया गया, जब एक यूजर ने पाया कि उसके आईफोन के चार्जर ने एकाएक काम करना बंद कर दिया है।
एप्पल इनसाइडर की मंगलवार देर रात छपी रिपोर्ट में कहा गया, यह मुकदमा केलिफोíनया के मध्य जिले की अमेरिकी जिला अदालत में दायर किया गया है। मुकदमे में मोनिका इमर्सन को मुख्य वादी बताया गया है, जबकि बाकी वादियों को ऐसी ही स्थिति में फंसी आम जनता बताया गया है।
मुकदमे में यह भी आरोप लगाया गया है कि उन चार्जर का उत्पादन भी आईफोन-निर्माता करती है ना कि कोई थर्ड पार्टी कंपनी।
रिपोर्ट में कहा गया, वादी के मामले में पाया गया कि अक्टूबर 2017 में आईओएस को अपडेट करने के बाद जब उन्होंने फोन को चार्ज करने की कोशिश की तो यह संदेश दिखा, यह एक्सेसरीज अब सपोर्टेड नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया, आरोप है कि एप्पल ने आईफोन को जबरदस्ती अपडेट किया, जिसे खास तौर से पुराने आईफोन चार्जर को खारिज करने के लिए डिजायन किया गया था।
इस दौरान, कपर्टिनो स्थित इस दिग्गज कंपनी ने कहा है कि अगर यह चेतावनी आए कि यह एक्सेसरीज अब सपोर्टेड नहीं है तो इसकी कई वजहें हो सकती हैं जिसमें एक कारण एक्सेसरी का खराब होना या डैमेज हो जाना भी हो सकता है।
–आईएएनएस