प्रदीप शर्मा
दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम में आम आदमी पार्टी को प्रचंड बहुमत मिलने के बाद अब अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी, रविवार को रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण करेंगे. अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को उपराज्यपाल से मुलाकात के बाद तारीख तय की. बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने एक बार फिर परचम लहराया है. दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों में आम आदमी पार्टी को 62 सीटें मिली हैं. वहीं, भारतीय जनता पार्टी सिर्फ 8 सीटों पर सिमटकर रह गई. दूसरी तरफ कांग्रेस का एक बार फिर सूपड़ा साफ हो गया और वह कोई भी सीट नहीं जीत सकी।
दिल्ली में आम आदमी पार्टी की यह हैट्रिक है और उसने दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है. हालांकि आम आदमी पार्टी को 2015 के मुकाबले में 5 सीटों का नुकसान हुआ है, वहीं भारतीय जनता पार्टी को इतनी सीटों का फायदा हुआ है. पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 67, जबकि BJP ने 3 सीटें जीती थी. जीत के बाद अरविंद केजरीवाल ने समर्थकों और दिल्लीवासियों को शुक्रिया कहा तो वहीं, दिल्ली कांग्रेस प्रमुख सुभाष चोपड़ा ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पद से इस्तीफा दे दिया. बीजेपी ने भी कहा कि पार्टी दिल्ली के लोगों द्वारा दिए गए जनादेश को स्वीकार करती है और वह सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली चुनाव में करीब 54 प्रतिशत मत हासिल किए हैं, जबकि BJP को 38.51 फीसदी वोट मिले हैं. वहीं, कांग्रेस ने चुनाव में सबसे खराब प्रदर्शन किया है और उसका मत प्रतिशत गिरकर चार फीसदी पर आ गया. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, ‘आप’ को दिल्ली विधानसभा चुनाव में 53.6 प्रतिशत वोट मिले हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी लेते हुए दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने मंगलवार को कहा कि भविष्य में पार्टी में उनकी भूमिका पार्टी का आतंरिक मामला है. पिछले साल लोकसभा चुनाव और 2017 के निकाय चुनाव में दिल्ली भाजपा का नेतृत्व कर जीत दिलाने वाले तिवारी अग्निपरीक्षा में सफल नहीं हो पाए और उनकी पार्टी को दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के हाथों करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा को मिली हार के बाद इस्तीफा देंगे, तिवारी ने कहा, “यह पार्टी का अंदरूनी मामला है. अगर ऐसा कुछ होता है तो मैं आपको इसकी सूचना दूंगा.”
विधानसभा चुनाव में जिन आठ सीटों पर भाजपा को जीत हासिल हुई है उनमें से तीन तिवारी की लोकसभा सीट उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत आती हैं. भाजपा ने पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली चार विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है और दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाली एक विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की है. पूर्वी दिल्ली सीट से गौतम गंभीर सांसद हैं और दक्षिणी दिल्ली से रमेश बिधूड़ी लोकसभा सदस्य हैं।
दिल्ली की प्रत्येक लोकसभा सीट में दस विधानसभा क्षेत्र होते हैं. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है और तिवारी अध्यक्ष पद पर यह अवधि पूरी कर चुके हैं और उनका कार्यकाल विस्तारित कर दिया गया था. पार्टी सूत्रों का कहना है कि तिवारी की जगह किसी नए चेहरे को मौका दिया जा सकता है और उन्हें केंद्र सरकार या पार्टी में कोई अन्य जिम्मेदारी दी जा सकती है।