नई दिल्ली : एक युग के अंत का संकेत देते हुए भारतीय आईटी उद्योग के दिग्गज विप्रो के संस्थापक अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजीम एच. प्रेमजी (73) 30 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
उनके बेटे और कंपनी के मुख्य रणनीतिक अधिकारी रिशद प्रेमजी 31 जुलाई को उनकी जगह लेंगे और कंपनी में कार्यकारी अध्यक्ष का पद ग्रहण करेंगे। वैश्विक सॉफ्टवेयर दिग्गज ने गुरुवार को यह जानकारी दी और कहा कि अबीदाली नीमुचवाला प्रबंध निदेशक बनेंगे, साथ ही अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी की भूमिका भी निभाते रहेंगे।
पद्मभूषण और पद्मविभूषण पुरस्कारों से सम्मानित अजीम प्रेमजी ने परोपकारी गतिविधियों को अब ज्यादा वक्त देने की योजना बनाई है, हालांकि वह कंपनी के निदेशक मंडल में गैर-कार्यकारी निदेशक और संस्थापक अध्यक्ष के रूप में बने रहेंगे।
अजीम प्रेमजी ने विप्रो कर्मचारियों को लिखे विदाई पत्र में कहा – मुझे यह घोषणा करते हुए बहुत खुशी हो रही है कि रिशद प्रेमजी विप्रो लि. के कार्यकारी अध्यक्ष का पद 31 जुलाई, 2019 से संभालेंगे।
रिशद अपनी भूमिका में नए तरीके की सोच, अनुभव और प्रतिस्पर्धात्मकता लेकर आएंगे, जो विप्रो को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा। वह 2007 से ही नेतृत्व टीम के अभिन्न अंग रहे हैं और मुख्य कार्यकारी अधिकारी के रूप में उन्हें हमारी कंपनी की गहरी समझ है, जिसमें परिचालन से लेकर रणनीति तक शामिल है।
उन्हें वैश्विक प्रौद्योगिकी उद्योग का गहरा अनुभव है और हाल तक वह ट्रेड निकाय नासकॉम के अध्यक्ष रहे हैं। रिशद अजीम प्रेमी फाउंडेशन के निदेशक मंडल में भी शामिल रहेंगे।
उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए भी खुशी हो रही है कि अबीदाली नीमुचवाला विप्रो लि. के 31 जुलाई, 2019 से प्रबंध निदेशक बनेंगे, जबकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी की अपनी जिम्मेदारियों को भी निभाते रहेंगे। मुझे हमारी महान कंपनी का नेतृत्व करने के लिए आबिद पर पूरा भरोसा है। रिशद और आबिद एक उत्कृष्ट टीम बनाते हैं और मुझे लगता है कि यह विप्रो के लिए बड़ी ताकत होगी।
उन्होंने कहा कि विप्रो अपने मूल्यों के प्रति ²ढ़ता से प्रतिबद्ध रहते हुए बदलती दुनिया में लगातार नई ऊंचाइयों तक पहुंचेगी। रिशद और आबिद आप सभी के साथ इस परिवर्तन का नेतृत्व करेंगे।